प्रदूषण से हुए अँधेरे को ठीक करे पर्यावरण विभाग: अखिलेश यादव

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जिलों में छायी धुंध को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा पर्यावरण विभाग को निर्देश दिये हैं कि वे इस धुंध के लिए जिम्मेदार कारणों का पता लगाकर इसके निदान के उपाय करें।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए बनाये गये नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कूड़े के निस्तारण की समुचित व्यवस्था की जाए और उसे जलाने से परहेज किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वाहन तथा जेनरेटर प्रदूषण के निर्धारित मानकों के भीतर चलें। खेतों में फसलों के अवशेष का निस्तारण ऐसे हो कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने ना पाये।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण बढ़ गया है और राजधानी लखनऊ में कल दिन भर धुंध छायी रही।

लोगों ने आंखों में जलन और गले में खराश महसूस की। फसल और गोबर जलाने से फैले धुएं ने स्थिति और खराब कर दी है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है।

मौसम विभाग ने बताया कि शीतकाल में हवा नहीं चलने से वायु प्रदूषण बढ जाता है और वातावरण में धुंध लंबे समय तक जमी रहती है।

विभाग ने बताया कि जाड़े के दिनों में जब तापमान सामान्य से कम होता है तो हवा में तैरते महीन धूल कण जम से जाते हैं।

राजधानी के अलावा पश्चि़मी उत्तर प्रदेश और मध्य उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में धुंध की चादर छायी है। जिन्हें सांस की तकलीफ है, उन्हें तो दिक्कत है ही, बच्चे भी वायु प्रदूषण बढने से परेशान हैं।