प्री-प्लान का हिस्सा है नाभा जेल ब्रेक कांड: अमीक़ जामेई

भोपाल जेल ब्रेक कांड में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आठ विचाराधीन क़ैदियों की हत्या कराने के बाद नाभा जेल ब्रेक कांड समझ से पर है। देश की यह कैसी अतिसंवेदनशीलता है कि भारी सुरक्षा वाले जेल इतने ग़ैर-महफूज़ हो गए हैं। कोई भी जेल के ताले को लकड़ी और रोटी की चाबी से खोल कर भाग जा रहा है।

ये बातें अल्पसंख्यकों के लिए काम करने वाली संस्था ऑल इण्डिया तंज़ीम-ए-इंसाफ के जनरल सेक्रेटरी कॉमरेड अमीक़ जामेई ने कही। जामेई ने कहा कि नाभा जेल ब्रेक भी भोपाल जेल से भागे कठित सिमी कार्यकर्ताओं की तरह प्लान का हिस्सा है। केंद्र सरकार जनता के मुद्दे पर बुरी तरफ फेल हुई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नोटबंदी के बाद देश भर में उठे घुस्से को देखते हुए ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। इस अब देश का हर नागरिक समझने लगा है।

कॉमरेड जामेई ने कहा कि क्या पंजाब की बादल सरकार पाकिस्तान से मिली हुई है। गुरुदासपुर और पठानकोट बेस पर हमला हुआ पर केंद्र सरकार ने बादल सरकार को माफ़ कर दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दरअसल, भोपाल जेल कांड की तरह ही नाभा जेल ब्रेक कांड कराकर केंद्र सरकार देश का ध्यान भटकाना चाहती है। यह सरकार झुठे राष्ट्रवाद की चादर लपेट कर लोगों का ध्यान बदलना चाहती है। ये बाताना चाहते है कि पंजाब आज भी संवेदनशील राज्य है और बादल सरकार ही इससे निबट सकती है। पंजाब में धान की कटाई शुरू है और अगले महीने छटाई कर चावल बाजार में आ जाएंगे। लेकिन नोटबंदी की वजह से किसान मज़दूरों को तनख्वाह नहीं दे पा रहे हैं। इससे किसानों को निकसान हो रहा और महंगाई तय है।

अमीक़ जामेई ने कहा कि देश को संगठित होता देखकर आरएसएस और भाजपा इस तरह के कांड कराकर लोगों को ध्यान बटाना चाहती है। खालिस्तान के नाम पर हजारों निर्दोष युवा सलाखों में बंद हैं। जिन माओं के बेटे जमानत पर या पैरोल पर घर लौटे है उन्हें फिर से सलाखों के पीछे धकेलने की साज़िश रची जा रही है। पर समाज ने अब तय कर लिया है कि इस सरकार को आने वाले चुनाव में उखाड़ फेकना है।

उन्होंने कहा कि हिंदूत्ववादी संगठन पहले से ही सिख कैदियों को पंजाब की जेलों में शिफ्ट करने और उनकी रिहाई के खिलाफ़ रहे हैं। इसलिए इस तरह की ध्रुवीकरण कर अल्पसंख्यकों के कमजोर तबके को को चुनावी राजनीति की भेंट चढ़ाना चाहती है।

गौरतलब है राष्ट्र-पुरोहित मोहन भागवत पहले ही अपने पंजाब दौरे दौरान पर पंजाबी हिंदूत्ववादी नेताओं और हिंदू व्यापारियों से मुलाकात कर चुके हैं और कहा बी है कि “हम सब कुछ सरकारों पर नहीं छोड़ सकते!” दूसरी तरफ शिवसेना भी पंजाब में हिंदू मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर चुकी है और सुप्रीम कोर्ट में सिखों से ‘माइनॉरिटी राईट’ वापस लेने की बात कर चुकी है।

कॉमरेड जामेई ने पंजाब सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नाभा जेल ब्रेक का सीसीटीवी फुटेज देश के सामने आना चाहिए। सच कहा जाए तो यह सरकार खालिस्तान और आतंकवाद के झुठे आरोपों में बंद निर्दोश युवाओं को छुटता हुआ नहीं देखना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि नाभा जेल ब्रेक कांड 28 नवंबर के भारत बंद से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कराया गया है।