फर्जी खबर खबरें शेयर करने पर विज्ञापन नहीं देगा फेसबुक, खबरों की सत्यता की जांच करने वाली वेबसाइट से मिलाया हाथ

सैन फ्रांसिस्को : दिग्गज सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक ने फेसबुक ने खबरों की सत्यता की जांच करने वाली वेबसाइट ‘स्नोप्स’ और ‘एपी’ से हाथ मिलाया है। फर्जी खबरों और झूठी सूचनाओं पर लगाम कसने के उद्देश्य से फेसबुक ने ऐसा कदम उठाया, ऐसे पेज को लाभ कमाने के लिए विज्ञापन देना बंद करने का फैसला किया है, जो नियमित तौर पर फर्जी खबरें शेयर करते हैं। फेसबुक ने कहा कि फर्जी खबरें प्रसारित करने को लेकर विज्ञापन देने संबंधी यह प्रतिबंध स्थायी नहीं है और जैसे ही किसी पेज पर फर्जी खबरें शेयर करनी बंद कर दी जाती हैं, तो उसे फिर से विज्ञापन मिल सकते हैं।

वेबसाइट ‘टेकक्रंच’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जैसे ही किसी खबर को विवादित खबर के तौर पर चिह्नित किया जाएगा, तो उस खबर के लिंक को फेसबुक द्वारा दिए जाने वाले विज्ञापन मिलने बंद हो जाएंगे।

फेसबुक के प्रोडक्ट डायरेक्टर रॉब लीथर्न ने कहा, ‘‘फेसबुक इससे तीन तरीके से निपटने की कोशिश कर रहा है। पहला फर्जी खबरें पोस्ट करने वालों का आर्थिक लाभ खत्म कर, दूसरा इस तरह की फर्जी खबरों के फैलने की गति धीमी कर और तीसरा इस तरह की फर्जी खबरें सामने आने पर व्यक्ति को उससे जुड़ी और खबरें/सूचनाएं प्रदान कर।’’