फिल्म पद्मावती को लेकर वोट बैंक की राजनीति हुई, चुनाव हुआ अब फिल्म रिलीज होगी : पहलाज

नई दिल्‍ली : पद्मावती पर सेंसर के रवैये को देख पूर्व सेंसर बोर्ड अध्‍यक्ष पहलाज निहलानी ने सवाल उठाए हैं. पहलाज निहलानी का कहना है कि फिल्‍म को सेंसर ने साइडलाइन कर रखा था. नाम से लेकर गाने तक जो भी बदलाव करने के बाद सेंसर ने फिल्‍म को क्‍लीयर किया, यह पहले करना चाहिए था. जब मूवी देखने से पहले ही लोगों ने, राजनीतिक पार्टीयों ने इतनी कंट्रोवर्सी कर दी है, तब सेंसर कहां था. पूरे मामले पर सेंसर बोर्ड का रवैया उस पर उसके तरीके पर सवालिया निशान लगाता है.

उन्‍होंने आगे कहा कि फिल्म को लेकर वोट बैंक की पॉलिटिक्स भी हुई. हाल के चुनाव के बाद अब फिल्म रिलीज होगी. यह फैसला कई राज्यों में इसके विरोध के पहले भी लिया जा सकता था.

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को सेंसर बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है. CBFC ने रिव्यू कमेटी और एडवाइजरी पैनल की 3 बड़ी आपत्तियों को मान लिया है. सूत्रों के मुताबिक 28 दिसंबर को सेंसर बोर्ड की मीटिंग में कुछ बदलाव के बाद UA सर्टिफिकेट देने का फैसला लिया गया है. सूत्रों ने बताया जैसे ही निर्माता सेंसर के सुझाए बदलाव कर लेंगे फिल्म पास कर दी जाएगी. हालांकि भंसाली या वायकॉम 18 की ओर से अभी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. इस बीच मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार और करणी सेना ने फिल्म की क्लियरेंस पर सवाल उठा दिए हैं.