फेसबुक अपने दो अरब से ज्यादा सक्रिय उपयोगकर्ताओं (यूजर्स) के लिए एक ऐसी सुविधा का परीक्षण कर रहा है, जो आपके मैसेंजर प्लेटफॉर्म पर आपको अवांछित संदेश भेजने वाले दुर्भावनापूर्ण खातों की पहचान करेगा।
फेसबुक की मैसेंजर टीम के मुताबिक, यह सुविधा शुरू होते ही आपको अज्ञात संपर्कों से अाने वाले अवांछित संदेश के बारे में तत्काल अतिरिक्त जानकारी मिलेगी। यह सुविधा आपके फेसबुक खाते की गोपनियता को भी सहेजने में कारगर होगी।
फेसबुक की मैसेन्जर टीम ने मदरबोर्ड को बताया, हम अपने यूजर्स को ऐसी सुविधा मुहैया कराएंगे जो नकली या भ्रामक यूजर्स की आसानी से पहचान कराएगा।
इससे वो फर्जी यूजर्स भी पकड़ में आ सकेंगे जो फेक आइडी से खाता खोलकर असली यूजर्स के खातों में सेंध लगाते हैं। उन्होंने कहा कि हम इस दिशा में काम कर रहे हैं और जल्द ही ये सुविधा यूजर्स को प्रदान की जाएगी।
टीम ने बताया कि ये सुविधा किसी यूजर्स को यह सूचित करने में सक्षम होगा जब एक मैसेंजर खाते से अनचाहे संदेश भेजा गया हो, जिसे आधिकारिक फेसबुक के साथ जोड़ा नहीं गया है।
फेसबुक ने कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा गोपनीयता का उल्लंघन का जिक्र करते हुए टीम ने कहा है कि हम अपने यूजर्स की इस समस्या को लेकर चिंतित है। इसे घोटाले में 8 करोड़ सत्तर हजार यूजर्स प्रभावित हुए थे। एक करोड़ 40 लाख यूजर्स की गोपनीयता सेटिंग्स से छेड़छाड़ की गई थी।
विवादास्पद डाटा विश्लेषणात्मक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका पर, अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के परिणामों में हेरफेर करने के लिए फेसबुक उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल करके धोखा देने का आरोप लगाया गया था।
एक ब्रिटिश समाचार एजेंसी ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि कुख्यात डाटा कंपनी के पूर्व कर्मचारी में से एक ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से संबंधित कुछ चौंकाने वाले तथ्यों को उजागर किया।
पूर्व कर्मचारी ने जानकारी दी थी कि कैसे डाटा कंपनी ने धोखाधड़ी के माध्यम से डाटा प्राप्त किया, ताकि वह फेसबुक उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी तक पहुँच प्राप्त कर सकें और 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उस जानकारी का उपयोग कर सकें।