बंगला देश से हिन्दुस्तान नक़ल मुक़ाम करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई

सदर बी जे पी राजनाथ सिंह ने आज कहा कि 1971के बाद जो लोग बंगला देश से आकर आसाम या मुल्क के किसी हिस्से में बस गए हो इन्हें गै़रक़ानूनी तारकीन-ए-वतन तसव्वुर किया जाना चाहिए और उन के ख़िलाफ़ ज़रूरी कार्रवाई की जानी चाहिए ।

बारक वैली में जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए राज नाथ सिंह ने कहा हर शख़्स ये जानता है कि अवाम बिलखुसूस मख़सूस फ़िर्क़ा का गुज़शता चार दहों के दौरान बंगला देश यहां आने का सिलसिला जारी है और मख़सूस सियासी जमातें महेज़ वोट बैंक सियासत के ख़ातिर उन की सरपरस्ती कररही है ।

उन्होंने कहा कि बी जे पी इक़तेदार पर आने के बाद हम तहक़ीक़ात शुरू करेंगे ताकि ये मालूम होसके कि मख़सूस फ़िर्क़ा के कितने लोग गै़रक़ानूनी तौर पर मुल्क में दाख़िल हुए और यहां बस गए । उन्होंने वाज़ह किया कि अगर कोई पासपोर्ट वीज़ा या वर्क परमिट केसाथ मुल्क में दाख़िल हुआ है तो हमें कोई मसला नहीं लेकिन कोई शख़्स यहीं बस जाये और वापिस ना जाये तो हम उसे क़बूल नहीं करसकते ।

उन्होंने कहा कि एसे मामूलात में जहां हिन्दुओं को बंगला देश में हिरासाँ किया जा रहा है और उन्हें मुल्क छोड़ ने पर मजबूर किया जा रहा है हम उन्हें पनाह गज़ीं नहीं तसव्वुर करसकते बल्कि उनके साथ ख़ुसूसी हमदर्दी का माम‌ला किया जाएगा । राजनाथ सिंह ने कहा कि बी जे पी मुख़्तलिफ़ मज़ाहिब के माबैन फ़र्क़ या मज़हब की बुनियाद पर मुल्क की तक़सीम पर ईम्कान नहीं रखती जैसा कि आज़ादी के वक़्त किया गया।

बी जे पी इंसानियत की सियासत पर यक़ीन रखती है मज़हब की नहीं। उन्होंने कहा कि आसाम में हिंदू और मुस्लिम के माबैन कोई फ़र्क़ नहीं लेकिन गै़रक़ानूनी तारकीन-ए-वतन जो यहां की मुक़ामी आबादी केलिए ख़तरा बने हुए हैं उन्हें हरगिज़ माफ़ नहीं किया जाएगा । इस से पहले 1998 में बी जे पी इक़तेदार पर आने से क़ब्ल हिन्दुस्तान को एक कमज़ोर मुल्क तसव्वुर किया जाता था और ये बात वाजपाई जी केलिए इंतेहाई नागवार थी।

इक़तेदार पर आने के बाद उन्होंने ये फ़ैसला किया कि हिन्दुस्तान न्यूक्लीयर तजुर्बात करे । कई ममालिक की मुख़ालिफ़त के बावजूद हम ने ये तजुर्बात किए। उन्होंने बताया कि ताक़तवर ममालिक ने मआशी इमदाद रोक देने और तहदीदात आइद करने की धमकीयां दें लेकिन हम ने ख़ुद को ताक़तवर साबित किया और अब कोई भी मुल्क हमें कमज़ोर नहीं समझता ।

बी जे पी सदर ने कहा कि कांग्रेस ज़ेरे क़ियादत यू पी ए हुकूमत के इक़तेदार पर आने के बाद सूरत-ए-हाल तबदील हुई क्योंकि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह उस वक़्त भी ख़ामोश रहे जब पाकिस्तानी फ़ौज हिन्दुस्तानी सरज़मीन पर दाख़िल होगई थी । इस से सारी दुनिया को ग़लत इशारे मिले।