बच्चों के RSS शाखा में इस्तेमाल हो तो सही, लेकिन मानव श्रृंखला में जाएं तो गलत: नीतीश

बिहार: मंगलवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर नीतीश कुमार ने कहा कि वो कर्पूरी जी के कामों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. आज समाज में आरक्षण उन्हीं के कारण हैं. आरक्षण को लागू करने के लिए कर्पूरी ठाकुर को क्या- क्या नहीं सुनना पड़ा. उनहोंने ने शराबबंदी का जिक्र करते हुए कहा नई पीढ़ी को इससे बचाने की कोशिश की गई. शराबबंदी पर सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़े नेता समर्थन कर चले गये लेकिन छोटा नेता विरोध कर रहे हैं. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उनहोंने कहा कि हम पर क्या क्या आरोप नहीं लगे.

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न्यूज़ 18 के अनुसार, भाजपा पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस शाखा में कौन लोग जाते है, बच्चे ही जाते हैं न…, तो फिर मानव श्रृंखला में बच्चों के शामिल होने पर बवाल क्यों? वहीँ यूनिर्फाम सिविल कोड पर नीतीश ने केंद्र सरकार पर तंज कसा और कहा कि प्रश्नावली भेज रहे हैं, जैसे हम परीक्षा में बैठे है.? बिहार पहला राज्य है जिसने जवाब भेज चूका है.
उनहोंने शराबबंदी पर पीएम की तारीफ पर उन्हें फिर धन्यवाद दिया और उन्हें बीजेपी शासित राज्यों में भी लागू करने का आग्रह किया.

नीतीश ने कहा कि आज पूरे बिहार में माहौल बन रहा है लेकिन कुछ लोग अगर मगर कर रहे रहे हैं. बता दें कि मानव श्रृंखला में चार करोड़ लोग शामिल हुए.
सीएम ने कहा कर्पूरी जी के विचारों से भाजपा को कोई लेना देना नहीं है. महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण लागू करने में बिहार देश का पहला राज्य है. बिहार में न्यायिक सेवा में आरक्षण लागू किया गया. सरकारी नौकरियों में अतिपिछड़ों को 21 फीदसी आरक्षण दिया गया.

उल्लेखनीय है कि नोत्बंदी की तारीफ करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से नोत्बंदी के अच्छे परिणाम की जानकारी देने कहा है. उनहोंने कहा कि पिएम ने इसके अच्छे दिन दिखाने के लिए 50 दिन का समय मांगा था. अब तो 50 दिन काफी आगे बढ़ गया है इसके अच्छे परिणाम की जानकारी तो देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र बताए कि कितना काला धन आया.