अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा का इनसाइट लैंडर सोमवार को मंगल ग्रह पर सुरक्षित उतर गया। इस अंतरिक्ष यान के मंगल ग्रह पर उतरने के साथ ही नासा के दो वर्ष तक चलने वाले उस मिशन की शुरुआत हो गई, जिसमें मंगल ग्रह से जुड़े अंतरिक्ष के रहस्यों के बारे में पता लगाया जाएगा।
Goosebumps felt around (and off) the world as a congratulatory kudos comes in from the @Space_Station crew to the JPL crew for a safe @NASAInSight #MarsLanding today! pic.twitter.com/0QxPgf6XuZ
— NASA (@NASA) November 27, 2018
नासा का इनसाइट लैंडर इस वर्ष पांच मई को प्रक्षेपित किया गया था। वर्ष 2012 में क्यूरोसिटी रोवर के बाद लाल ग्रह के रहस्यों की खोज के लिए पूर्ण रूप से समर्पित नासा का यह पहला मिशन है। इनसाइट लैंडर छह महीने में करीब 48 करोड़ किलोमीटर का सफर तय करने के बाद मंगल ग्रह पर पहुंचा।
Our Mars Odyssey orbiter phoned home, relaying news from @NASAInSight indicating its solar panels are open & collecting sunlight on the Martian surface. Also in the dispatch: this snapshot from the lander's arm showing the instruments in their new home: https://t.co/WygR5X2Px4 pic.twitter.com/UwzBsu8BNe
— NASA (@NASA) November 27, 2018
इनसाइट लैंडर भारतीय समयानुसार सोमवार देर रात करीब 1 बजकर 17 मिनट पर मंगल ग्रह पर उतरा। इनसाइट लैंडर सात मिनट के महत्वपूर्ण समय के बाद मंगल पर उतरा। नासा के इस मिशन का लक्ष्य इनसाइट लैंडर के जरिए मंगल की सतह और उसके आंतरिक भागों का अध्ययन करना है।
What was your reaction to today’s #MarsLanding? 🚀
STEP 1: Reply with a GIF or photo of your reaction
STEP 2: See how others reacted by taking a look at this @Twitter moment: https://t.co/39T6BFwgNj pic.twitter.com/6YULrFsiEs— NASA (@NASA) November 27, 2018
इनसाइट लैंडर को मंगल पर उतरने के लिए सात मिनट के महत्वपूर्ण समय के दौरान अपनी गति 20 हजार किलोमीटर प्रति घंटे तक कम करनी पड़ी। इनसाइट लैंडर लाल ग्रह के बारे में ऐसी जानकारियां दे सकता है, जो अरबों सालों पुरानी हैं।
Have you ever seen a spacecraft spread its solar wings? @NASAInSight will need to perform the critical task of deploying its solar arrays to power the mission. We expect to get data confirmation this evening. About the #MarsLanding milestones: https://t.co/vnmkKY2MUs pic.twitter.com/3Wx1mvRFvD
— NASA (@NASA) November 27, 2018
यह यान अपने इस अभियान के दौरान मंगल पर एक सेस्मोमीटर से लाल ग्रह के भीतर की हलचलों को रिकॉर्ड करेगा। इससे मंगल की सतह के अंदर भूकंप जैसी हलचल का पता लगाया जाएगा।
Aaah…soaking up the Sun with my solar panels. 🌞 After a long flight, and thrilling #MarsLanding, it feels great to get a good stretch and recharge my batteries. (Like, literally.) It’s just what I’ll need to really start getting in tune with #Mars. https://t.co/yse3VEst3G pic.twitter.com/LpsiI0KNNz
— NASA InSight (@NASAInSight) November 27, 2018
पहली बार इनसाइट लैंडर के जरिए मंगल की खुदाई कर उससे जुड़ी रहस्यमय जानकारियां जुटाई जाएंगी। इसमें एक जर्मन उपकरण भी है, जो लाल ग्रह की जमीन के पांच मीटर नीचे जाकर उसके तापमान का पता लगाएगा। तापमान से मंगल ग्रह की सक्रियता का पता लगाया जाएगा।
इसके तीसरे प्रयोग में रेडियो तरंगों का भी इस्तेमाल होगा, जिससे यह पता चलेगा कि मंगल अपनी धुरी पर डगमगाते हुए कैसे घूमता है। इनसाइट लैंडर के मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्रिडेनस्टाइन ने कहा कि हम मानव इतिहास में आज आठवीं बार मंगल पर सफलतापूर्वक उतरने में कामयाब रहे।