बदाइयों में गैंग रेप की सी बी आई तहकीकात , यू पी की सिफ़ारिश

राहुल गांधी की मुतास्सिरा ख़ानदान से मुलाक़ात, सी बी आई तहक़ीक़ात के मुतालिबे की ताईद

अपोज़ीशन पार्टीयों की तरफ़ से तन्क़ीदी हमलों के शिकार चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश अखिलेश यादव ने फ़ैसला किया कि बदाइयों में इजतिमाई इस्मत रेज़ि और दो दलित बहनों के क़तल की सी बी आई तहक़ीक़ात के लिए सिफ़ारिश करदी जाये जबकि मज़ीद पाँच मुल्ज़िमीन बिशमोल दो पुलिस मुलाज़मीन इस केस में गिरफ़्तार करलिए गए हैं।

चीफ़ मिनिस्टर ने यहां एक बयान में कहा कि बदाइयों वाक़िये की सी बी आई तहकीकात की सिफ़ारिश करने का फ़ैसला किया है जैसा कि मुतवफ़्फ़ियों के अरकान ख़ानदान का मुतालिबा है। इस ज़िमन में ज़वाबत की अनक़रीब तकमील होगी। दोनों मक़्तूला कम उम्र लड़कीयों की फ़ैमिली ने इस वाक़िये की सी बी आई तहकीकात का मुतालिबा करते हुए कहा था कि उन्हें मुक़ामी पुलिस पर भरोसा नहीं, जिन की मुल्ज़िमीन के साथ मिली भगत है।

कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने सी बी आई तहक़ीक़ात के लिए मुतालिबे की ताईद की है। क़ौमी कमीशन बराए ख़वातीन की टीम ने भी मुक़ामी पुलिस के रवैये पर तन्क़ीद की है। राहुल ने बदाइयों में इजतिमाई इस्मत रेज़ि के बाद क़त्ल करदी गईं दोनों दलित लड़कीयों की फ़ैमिली से मुलाक़ात की और इस केस की सी बी आई तहकीकात का मुतालिबा करते हुए कहा कि यू पी पुलिस उन से इंसाफ़ नहीं करसकती और ख़ातियों को जानना चाहिए कि वो इस तरह का घनोना जुर्म करने के बाद बच नहीं सकते हैं।

राहुल ने कहा, उन्हों (मुतास्सिरा फ़ैमिली) ने कहा है कि उन की बेटीयों की इज़्ज़त रक़म से वापिस नहीं लाई जा सकती। वो इंसाफ़ चाहते हैं और उन्हें यू पी पुलिस पर भरोसा नहीं है। में उन से इत्तेफ़ाक़ करता हूँ कि सिनफ़ नाज़ुक की इस्मत के लिए कोई क़ीमत नहीं होसकती।