बर्तानिया अफ़्ग़ान जंग पर 18 अरब पौंड ख़र्च करचुका है ,रिपोर्ट

लंदन 8 अक्तूबर (यू एन आई) अफ़्ग़ानिस्तान में गुज़श्ता 10 साल के दौरान बर्तानिया को भारी जानी-ओ-माली नुक़्सान उठाना पड़ा है और वज़ीर-ए-आज़म डेविड कैमरोन ने ऐलान कर रखा है कि 2014- के बाद बर्तानवी फ़ौजी अफ़्ग़ानिस्तान के अंदर किसी फ़ौजी मिशन में शरीक नहीं होंगी। हाऊस आफ़ कॉमनज़ की डीफ़ैंस कमेटी की एक रिपोर्ट में अंदाज़ा लगाया गया है कि 2001- से अब तक अफ़्ग़ानिस्तान में अमरीका और दूसरे इत्तिहादियों के साथ मिल कर तालिबान के ख़िलाफ़ लड़ी जाने वाली जंग में बर्तानिया के 382 फ़ौजी हलाक हो चुके हैं जबकि इस के मुक़ाबले में इराक़ जंग में मारे जाने वाले फ़ौजीयों की तादाद 179 है। रिपोर्ट के मुताबिक़ अफ़्ग़ानिस्तान में 338 फ़ौजी बराह-ए-रास्त जंग में हलाक हुए जबकि 44 बीमारीयों या हादिसात के बाइस इंतिक़ाल कर गई। रिपोर्ट के मुताबिक़ बर्तानवी हुकूमत इन0 बरस में अफ़्ग़ानिस्तान की जंग पर 18 अरब पौंड ख़र्च कर चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक़ इस जंग में 44 ममालिक की अफ़्वाज शरीक हैं उस वक़्त बर्तानिया के साढे़ नौ हज़ार के क़रीब फ़ौजी अफ़्ग़ानिस्तान में मौजूद हैं जिन में से 7हज़ार 3 फ़ौजीयों को जुनूबी अफ़्ग़ानिस्तान में ताय्युनात किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक़ अफ़्ग़ानिस्तान में मुख़्तलिफ़ ममालिक की 50हज़ार फ़ौज जंग में शरीक है। बर्तानिया ने आइन्दा 4साल में अफ़्ग़ानिस्तान की मदद केलिए 510 मुलैय्यन पौंड की इमदाद देने का वाअदा कर रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक़ 2002-ए-के बाद अफ़्ग़ानिस्तान की मजमूई मुल्की पैदावार में 70 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ है।