बस की टक्कर से मस्जिद का गेट टूटने के बाद शाहजहांपुर में बवाल,टीएसआई और इंस्पेक्टर निलंबित

शाहजहांपुर.यूपी के शाहजहांपुर में मंगलवार रात एक अनियंत्रित बस मस्जिद में घुस गई। इस घटना से नाराज लोगों ने जमकर बवाल किया और बस को आग के हवाले कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू करने की कोशिश की तो लोग भड़क उठे। देखते ही देखते मौके पर हजारों की तादाद में लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए जिले की सभी थानों की पुलिस फोर्स को मौके पर बुला लिया गया। साथ ही मौके पर पुलिस के आलाधिकारी भी डटे रहे।

पुलिस ने की थी लापरवाही

रोडवेज और पुलिस लाइंस को जाने वाले रास्ते के मोड़ पर मंगलवार देर शाम करीब साढ़े सात बजे टीएसआई ने अपनी टीम के साथ कृष्णा बस सर्विस की शाहजहांपुर रोडवेज डिपो से  बस को चेकिंग के लिए रोका। उस बस का चालान कर दिया और क्रेन होने के बावजूद जब्त बस को पुलिस लाइन में पार्क करने के लिए ले जाने की जिम्मेदारी  होमगार्ड करनैल सिंह को दे दी। बताया जा रहा है होमगार्ड करनेैल सिंह को बस चलाने का अनुभव नहीं था। उसने बस को मोड़ से पुलिस लाइंस में ले जाने को दौरान किनारे खड़ी एक बोलेरो को भी टक्कर मारी। आगे जाकर मस्जिद के खंभे और छज्जे को टक्कर मार दी। मस्जिद में मौजूद और आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो होमगार्ड बस वहीं छोड़कर भाग निकला। देर रात पूरे मामले की जानकारी के बाद एसपी ने तत्काल टीएसआई और होमगार्ड पर कार्रवाई का फैसला लिया। एसपी ने कहा कि तमाम संसाधन मौजूद होने के बाद भी टीएसआई द्वारा हेवी व्हीकल अप्रशिक्षित होमगार्ड के हवाले करना घोर लापरवाही रही।

शाहजहांपुर के डीएम राम गणेश-

शाहजहांपुर के डीएम राम गणेश का इस मामले पर कहना है कि घटना के बाद पूरे शहर में हालात सामान्य है। बस को फूंके जाने के बाद रोडवेज और आसपास नाराज भीड़ की आड़ में जिस तरह कुछ शरारती तत्वों ने बलवे की हालात बनाई, वह गंभीर मामला है। वैसे लोगों को चिन्हित कर संपूर्ण विधिक कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वीडियो फुटेज के आधार पर बलवाइयों को चिन्हित करने की प्रक्रिया जारी है। किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा।

शाहजहांपुर के एसपी केबी सिंह
वहीं शाहजहांपुर के एसपी केबी सिंह का कहना है कि रात हुए बलवे की हर पहलू से जांच की जा रही है। पूरे मामले में चाहे पुलिस की ओर से या उपद्रवियों के ओर से जो दोषी मिलेगा, उस पर कार्रवाई होगी। वीडियो फुटेज को भी खंगाला जा रहा है, इसमें मौजूद दोषियों पर भी सुसंगत कार्रवाई की जाएगी।

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स्थानीय मीडिया के मुताबिक सियासी गुटबाजी और नशे से मामला भड़का था।

पुलिस लाइंस के सामने मस्जिद के खंभे और छज्जे से बस की टक्कर लगने के बाद नाराज भीड़ के उग्र होने में सियासी होड़ की अहम भूमिका बताई जा रही है। हालांकि माहौल भीड़ में शामिल कुछ नशेबाजों के चक्कर में पत्थरबाजी और आगजनी हुई। बताते हैं कि लोगों की नाराजगी की सूचना पाकर मोहल्ला दिलाजाक में बैठक कर रहे बसपा के नगर विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी हाजी मो. असलम खां समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। उनके समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इतने में सपा जिलाध्यक्ष और नगरपालिका चेयरमैन तनवीर खां भी पहुंच गए। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता के बाद क्षतिग्रस्त मस्जिद के हिस्से को बनवाए जाने का भरोसा देकर लोगों का समझाना शुरू किया। लेकिन दो सियासी नेताओं के चलते भीड़ गुटों में बट गई। इसी में कुछ अराजक तत्वों ने मौके का फायदा उठाया और तोड़फोड़ शुरू कर दी। बस में आग लगा दी।

एसपी सिटी माइक से भीड़ को पीछे जाने और पुलिस को अपना काम करने देने की बात कह रहे थे कि तभी नशे में धुत कुछ लोगों ने धार्मिक नारे लगाते हुए भीड़ को उकसाना शुरू किया। उसी क्रम में अचानक कुछ लोग दौड़े तो भगदड़ मची और पलक झपकते ही पथराव शुरू होते ही हालात बेकाबू हो चला।

पुलिस ने काफी सब्र से काम लिया अन्यथा मामला और बिगड़ सकता था। घटनास्थल के शुरू से आखिर तक के पुलिस द्वारा जुटाए गए वीडियो फुटेज में ये तथ्य सामने आए हैं लेकिन अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहा।
बीती रात उपद्रव शुरू होते ही रोडवेज की सभी दुकानें बंद हो गई थीं लेकिन बुधवार सुबह हालात सामान्य दिखते ही सारे दुकान खुल गए। ऐहतियातन रोडवेज रेलवे फाटक मोड़ वाले मार्ग की दुकानें बंद रखी गई थीं और वहां पुलिस तैनात रही।

इस मामले के चार दिन पहले भी टूटा था मस्जिद का गेट

मंगलवार रात  बस की टक्कर से मस्जिद के गेट टूटने से चार दिन पहले भी बस से ही इसी मस्जिद का गेट टूट गया था। तब लोगों ने थाने में तहरीर दी थी और पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।