बागपत: ‘भारत माता की जय’ नहीं कहने वाले का सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार किया जाएगा: पंचायत

नई दिल्ली। देश में ‘भारत माता की जय’ नारे को लेकर शुरू हुए विवाद ने ‘दारूल उलूम देवबंद’ के फतवे के बाद एक नए विवाद का रूप ले लिया है. आईबीएन खबर के अनुसार अब यूपी के बागपत की पंचायत ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए फैसला किया है कि इस नारे को नहीं कहने वाले का सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार किया जाएगा। इससे पहले बीजेपी के प्रमुख नेताओं की इस मामले पर टिप्पणी सामने आ चुकी थी।

सियासत के अनुसार दारुल उलूम देवबंद ने भारत माता की जय बोलने के मसले पर गुरुवार को फतवा जारी किया था जिस में दारुल उलूम ने कहा है कि जिस तरह मुसलमान वंदे मातरम नहीं बोल सकते इसी तरह मुस्लिम ‘भारत माता की जय’ भी नहीं बोल सकते. क्यूंकि मुसलमान सिवाए अल्ल्लाह के किसी की वन्दना और इबादत (पूजा ) नहीं कर सकते और किसी दूसरी चीज़ या इन्सान को माबूद (भगवान) नहीं मान सकते, क्यूंकि यह इस्लाम मज़हब के खिलाफ है , इसके बाद से विवाद और तेज हो गया है. बता दें कि ‘भारत माता की जय’ बोलने या ना बोलने को लेकर पिछले कुछ दिनों से जमकर बहस छिड़ी हुई है. यह बता दें कि इस फतवे का विरोध आरएसएस,बीजेपी और विहिप ने भी किया है VHP लीडर ने तो इतना तक ख दिया कि फतवा देने वाले मुफ़्ती के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कराया जाए और दारुल उलूम देवबंद को आतंक का फैक्ट्री तक काफ दिया.