बादाम और अखरोट खाने से बृहदान्त्र कैंसर से लड़ने में मदद मिलती है: अध्ययन

वाशिंगटन: बृहदान्त्र कैंसर वाले लोग नियमित रूप से बादाम, अखरोट, हेज़लनट्स और काजू खाने से कैंसर के पुनरुत्थान और मृत्यु दर की तुलना में कम जोखिम वाले होते हैं, जो नहीं करते हैं। ऐसा एक अध्ययन का दावा है।

अमेरिका में येल विश्वविद्यालय के कैंसर केंद्र के शोधकर्ताओं ने शल्य चिकित्सा और केमोथेरेपी के साथ इलाज किए जाने के बाद 6.5 साल के मध्य के लिए नैदानिक परीक्षण में 826 प्रतिभागियों को अपनाया।

जो लोग नियमित रूप से कम से कम दो बार, हर हफ्ते एक-एक अखरोट का सेवन करने से बीमारी मुक्त जीवित रहने में 42 फीसदी सुधार हुआ और कुल जीवित रहने में 57 फीसदी सुधार हुआ।

येल कैंसर केंद्र के निदेशक चार्ल्स एस फूशस ने कहा, “इस पलटन के आगे के विश्लेषण से पता चला है कि अखरोट उपभोक्ताओं के उप समूह में बीमारी मुक्त जीवित रहने की संख्या 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, मगर मूंगफली के बजाय पेड़ की नट खाई गई है।”

वृक्षों के नट्स में बादाम, अखरोट, हेज़लनट्स, काजू, और पेकान भी शामिल हैं इसके विपरीत, मूंगफली वास्तव में खाद्य पदार्थों के फलियां परिवार में से हैं।

दाना-फार्बर कैंसर संस्थान में पोस्ट डॉक्टरेटी फेलो, टेमडिओ फ्रेडलू ने कहा, “ये निष्कर्ष कई अन्य अवलोकन संबंधी अध्ययनों के साथ रखे हुए हैं जो इंगित करते हैं कि स्वस्थ व्यवहार, स्वस्थ वजन रखने और शक्कर और मीठे पेय पदार्थों का सेवन करने के साथ कई स्वस्थ व्यवहार, बृहदान्त्र कैंसर के परिणाम सुधारते हैं।”

जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के प्रमुख लेखक फ्रेडलू ने कहा, “परिणाम में पेट के कैंसर के उत्तरोत्तर में आहार और जीवन शैली के कारकों पर बल देने के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।”