बाबरी मस्जिद के आरोपियों के खिलाफ पहले कार्रवाई फिर बातचीत: डॉ अंसारी

प्रतापगढ़। मोमिन कांफ्रेंस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अब्दुल अंसारी ने कहा कि बाबरी मस्जिद को शहीद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आरोपियों के खिलाफ पहले कार्रवाई की जाए इसके बाद आपसी बातचीत की जाए। सुप्रीम कोर्ट का सुझाव है कि दोनों पक्ष बातचीत से समस्या का समाधान करें, लेकिन अतीत को देखते हुए आपसी बातचीत से समस्या का निपटारा संभव नहीं है।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार उन्होंने एक बयान जारी करके उक्त बातें कही। डॉक्टर अंसारी ने कहा कि अतीत में सात बार अयोध्या विवाद से संबंधित बातचीत से समस्या के समाधान की कोशिश की गई, लेकिन राम जन्मभूमि के पक्षों की जिद कि मस्जिद का निर्माण कहीं और किया जाए तो ऐसी स्थिति में बातचीत से मामले का समाधान कैसे होगा?।

उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद का स्थान जहां वर्तमान में पूजा हो रही है इसे छोड़ने के लिए क्या पक्ष तैयार होंगे? बिना राम मंदिर से जुड़े पक्षों की सहमति के किसी भी मामले में समझौता संभव नहीं है।.

उन्होंने कहा कि अदालत मुकदमे का फैसला सुबूत की बुनियाद पर दे. अदालत के फैसले के बिना आपसी बातचीत से अभी निपटान संभव नहीं है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने अदालत को यह नहीं बताया कि पिछली सरकारों द्वारा सात बार इस मसले पर बातचीत हो चुकी है, लेकिन नतीजा ज़ीरो रहा। बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद दर्जनों दंगे हुए जिसमें जानी माली नुकसान भी हुआ। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद को शहीद किया है पहले उन्हें सजा दी जाए, फिर बातचीत की जाए। इससे करोड़ों लोगों की भावनायें जुडी हैं।