बाबरी मस्जिद मामला: RSS लीडर ने कहा- ‘जबरदस्ती की जगह पर नमाज नहीं पढ़ी जाती’

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संघ लगातार केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाता जा रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत के बाद अब संघ के सरकार्यवाह डॉ.मनमोहन वैद्य ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अयोध्या विवाद को कोर्ट अनावश्यक रूप से आगे खींच रहा है। मामला सिर्फ जमीन को लेकर मंदिर के लिए देने का है।

सरकार को अपना वचन पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह सोमनाथ मंदिर का निर्माण हुआ उसकी तरह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जबरदस्ती की जगह पर नमाज नहीं पढ़ी जाती। इसलिए इस मुद्दे का समाजिक तरीके से समाधान हो सकता है। लेकिन राजनीतिक लोग इसे धार्मिक रंग दे रहे हैं।

RSS के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने ये बयान उस वक्त दिया है जब आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकारिणी की तीन दिवसीय बैठक मुंबई के पास भायंदर में केशव श्रुति में शुरू हुई है। इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत आरएसएस से जुडे 54 संगठन के लोग शामिल है।

इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा सरकार्यवाह सुरेश जोशी उपाख्य भैयाजी, सह-सरकार्यवाह सुरेश सोनी, डॉ. कृष्ण गोपाल, दत्तात्रेय होसबले, वी.भागय्या, डॉ.मनमोहन वैद्य हिस्सा ले रहे हैं।
साल में एक बार होने वाली संघ की इस अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक को दीवाली बैठक के नाम से भी लोग जानते हैं।

हर साल विजयादशमी के बाद और दीपावली से पहले ये बैठक होती है। तीन दिनों तक चलने वाले इस बैठक में कई मुद्दों पर मंथन किए जाने की संभावना है। माना जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, देश की सुरक्षा, सीमा क्षेत्र का विकास, नई शिक्षा नीति एवं स्वदेशी वस्तुओं के निर्माण आदि मुद्दे पर चर्चा हो सकती है।

आपको बता दें कि संघ मुख्यालय नागपुर मे विजयादशमी के मौके पर मोहन भागवत ने अपने भाषण में सबरीमाला मंदिर, राम मंदिर और अर्बन नक्सलवाद समेत कई अहम बिंदुओं को उठाया था। इसी के चलते माना जा रहा है कि बुधवार से शुरू हो रही संघ की बैठक में भी इन विषयों की चर्चा हो सकती है और इन मुद्दों पर संघ कोई रूप रेखा भी खींच सकती है।