बिहार के 7, 225 स्कूलों में बावर्ची खाने बनाने की तजवीज

छपरा के एक स्कूल में जहरीला मिड डे मिल खाने से 23 बच्चों की मौत होने पर हरकत में आई बिहार हुकूमत ने 7,225 स्कूलों में बावर्ची खाने बनाने का आज फैसला किया। इसमें सारण जिले के स्कूल भी शामिल हैं।

वजीर ए आला नीतीश कुमार की सदारत में रियासत काबिना की एक बैठक में इस सिलसिले में एक फैसला किया गया। सरकारी जराए ने बताया कि हर बावर्ची खाने के लिए 1. 5 लाख रुपया मंजूर किया गया है। उन्होंने बताया कि फी बावर्ची रियासत 90,000 रुपया सरमायाकारी करेगा जबकि मर्क़ज का शराकत 60,000 रुपया होगा।

जराए ने बताया कि 7,225 स्कूलों में बावर्ची खाने बनाने में कुल 110 करोड़ रुपया खर्च होगा। सारण जिले के धरमसाती गंडामन गांव की दर्दनाक वाकिया के बाद यह फैसला किया गया है। वहां 16 जुलाई को जहरीला मिड डे मिल खाने पर 23 बच्चों की मौत हो गई थी।

इस वाकिया की मुल्क गैर तनकीद हुई थी जिससे कुछ अक्दमात करना और खाना तैयार करने में सफाई बरतने के लिए बावर्ची घर की तामीर जरुरी हो गया था। गौरतलब है कि मिड डे मिल मंसूबा मर्क़ज हुकूमत का एक अहम् प्रोग्राम है। बिहार के 70, 260 स्कूलों में यह चल रहा है जिससे 1.30 करोड़ बच्चे मुस्ताफिद हो रहे हैं।