बिहार में नौकरियों की बहार, तीन माह में भरे जाएंगे 76 हजार ओहदे

लंबे समय से बिहार में नौकरी की आस लगाए बैठे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। बिहार सरकार अगले तीन माह में 76 हजार खाली पड़े ओहदे को भरने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही इसी साल दो लाख से ज़्यादा खाली पड़े ओहदे को भरने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। कमोवेश तमाम महकमा में खाली को भरने की कवायद तेज कर दी गई है। खाली ओहदे पर तकर्रुरी करने की नोटिफिकेशन या तो बिहार रियासत मुलाज़िमीन इंतिख़ाब कमीशन को भेज दी गई है या भेजने की तैयारी है। ज़राये के मुताबिक कमीशन को अबतक 76 हजार खाली ओहदे के खिलाफ नोटिफिकेशन हासिल हुई हैं। वैसे रियासती हुकूमत की कोशिश है कि माली साल (2014-15) के आखिरी दिन (31 मार्च) तक तमाम महकमा के खाली ओहदे भर दिए जाएं।

हुकूमत की इस मंशा को पूरा करने के लिए महकमा में खाली ओहदे को भरने को लेकर खासी सरगर्मी है। तालीम ओहदे के सेक्रेटरी के मुताबिक मार्च से पहले असातिज़ा को तकर्रुरी करने का टास्क दिया गया है। कबीले ज़िक्र है कि दो दिन पहले खुद वजीरे आला जीतन राम मांझी ने रियासत मुलाज़िमीन इंतिख़ाब कमीशन से सेलेक्टेड किए गए 129 जानवरों के डॉक्टर एवं 485 फार्मासिस्टों के दरमियान तकर्रुरी लेटर बांटे थे। तब उन्होंने एलान की थी कि माली साल खत्म होने से पहले तमाम महकमा में खाली ओहदे को भरा जाएगा।

इन महकमा में होगी तकर्रुरी

सेहत महकमा : 1000 फार्मास्टि, 1734 नर्स, 4000 एएनएम
तालीम महकमा में 74000 प्राइमरी असातिज़ा , 27000 उर्दू असातिज़ा और 49000 मिडिल असातिज़ा
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग : 15 हजार जल दूत
जानवर पालन और मछ्ली वसायल महकमा : 350 जानवरों के डॉक्टर
मजदूर वसायल महकमा : मुखतलिफ़ क़िस्म के 12500 ओहदे
आम्दानी और ज़मीन बेहतरी महकमा : 1246 ओहदे पर अमीन