बिहार यूनिवार्सिटी की डिग्री महाराष्ट्र में फर्जी करार

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार यूनिवार्सिटी से जारी बैचलर ऑफ होमियोपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) की डिग्री को महाराष्ट्र में फर्जी करार दिया गया है। इस बुनियाद पर महाराष्ट्र होमियोपैथी कौंसिल (एमसीएच) ने साबिक से रजिस्टर्ड 20 डॉक्टरों का लाइसेंस भी मनसुख कर दिया है। वहीं लाइसेंस के लिए दरख्वास्त करने वाले 40 से ज्यादा लोगों की दरख्वास्त नामंजूर हो गये हैं।

मामले में 20 लोगों ने गुजिश्ता साल सितंबर माह में एक साथ बॉम्बे हाइकोर्ट में मामला दर्ज कराया, जिसमें बीआरए बिहार यूनिवार्सिटी को भी मुलजिम बनाया गया है। इस मामले में यूनिवार्सिटी इंतेजामिया को अपना हक रखना है।

डॉ सतीश कुमार राय ने बताया की बॉम्बे हाइकोर्ट में दर्ज मामले की कॉपी आयी है। यूनिवार्सिटी पहले खुद तमाम 20 वादियों के सर्टिफिकेट की जांच करेगा। उसी की बुनियाद पर कोर्ट में हलफ़ लेटर पेश किया जायेगा। जांच की अमल शुरू कर दी गयी है।