बीजेपी प्रवक्ता ने गांधी को पाकिस्तानी राष्ट्रपिता बताया तो पार्टी ने किया सस्पेंड

लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा लगातार ऐसे बयान आ रहे हैं जो उनकी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं. पहले साध्वी प्रज्ञा, फिर अनंत हेगड़े और फिर मध्य प्रदेश के बीजेपी के प्रवक्ता अनिल सौमित्र ने नाथूराम गोडसे-महात्मा गांधी विवाद को लेकर बयान देते हुए महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताया.

गोडसे पर बयानबाजी के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि साध्वी, हेगड़े के बयान का पार्टी से कोई लेना देना नहीं है. वहीं महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताने वाले बीजेपी नेता और प्रवक्ता अनिल सौमित्र को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया.

बता दें कि मध्य प्रदेश के अनिल सौमित्र ने शुक्रवार सुबह अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘राष्ट्रपिता थे, लेकिन पाकिस्तान राष्ट्र के. भारत राष्ट्र में तो उनके जैसे करोड़ों पुत्र हुए, कुछ लायक तो कुछ नालायक.’ हालांकि, उन्होंने अपने पोस्ट में महात्मा गांधी तो नहीं लिखा लेकिन संकेत साफ थे.

गौरतलब है कि अनिल सौमित्र मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हैं. अगर उनकी फेसबुक प्रोफाइल पर देखें, तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ कई दिग्गज नेताओं के साथ उनकी तस्वीर दिख रही है. साथ ही उनके कई पोस्ट ऐसे भी हैं जो विवादित हो सकते हैं.

आखिरी चरण के 19 मई को होने वाले मतदान में मध्य प्रदेश में भी वोट डाले जाएंगे.

दरअसल, महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर बीते दो दिनों में बवाल हो गया है. पहले बीजेपी नेता और भोपाल से उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया और उसके बाद केंद्र सरकार में मंत्री अनंत हेगड़े ने उनका बचाव किया, हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उनका ट्विटर हैक हो गया था.

साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान में नाथूराम के बारे में कहा कि वह देशभक्त थे, हैं और रहें. जिसपर पूरा विपक्ष आगबबूला था, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत पूरे विपक्ष ने उनके इस बयान को खतरनाक बताया था. जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी, हालांकि बीजेपी ने प्रज्ञा के इस बयान से खुद को अलग कर लिया था.

वहीं, जब साध्वी के बयान पर बवाल चल रहा था तो मोदी सरकार में मंत्री अनंत हेगड़े ने ट्वीट कर लिखा कि इस बयान पर माफी मांगने की जरूरत नहीं है. बल्कि उन्होंने तो ये भी कह दिया कि इस चर्चा से नाथूराम गोडसे खुश हो रहे होंगे.