बीजेपी सासंद मनोज सिन्हा को भी दिखाए गए काले झंडे!

बिहार के कैमूर जिले में युवा मोर्चा के कार्यक्रम के लिए पहुंचे बीजेपी सांसद मनोज सिन्हा को लोगों ने काला झंडा दिखाया। आपक बता दें कि मनोज तिवारी का गृह जिला भी कैमूर है। यहां उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।

मिली जानकारी के अनुसार आरक्षण के मुद्दे पर नाराज होकर लोगों ने मनोज सिन्हा का विरोध किया। विरोध करने वाले युवक का कहना है कि जिस सरकार ने आरक्षण की व्यवस्था लागू की है वह जातिगत है, लेकिन हम चाहते हैं कि जाति के आधार पर आरक्षण ना होकर आर्थिक आधार पर आरक्षण दी जाए।

विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि आर्थिक स्थिति के आधार पर सभी जाति के लोगों को लाभ मिल सकेगा। हम लोगों ने अपने प्रतिनिधी के रूप में सांसद को चुनकर संसद में भेजते हैं, लेकिन यह लोग भी हमारी आवाज बनने के बजाय जातियों में बंट कर रह जाते हैं और अपनी वोट की राजनीति करने लगते हैं।

वहीं, मनोज तिवारी का कहना है कि जितने भी लोग काला झंडा दिखाने वाले हैं, सभी कांग्रेस के हैं। ये लोग नरेंद्र मोदी के बढ़ती लोकप्रियता से घबरा रहे हैं। 2019 में मोदी सरकार बहुमत से आने वाली है। इसे लेकर उनके पेट में दर्द शुरू हो गया है। शुरू में तो इन लोगों ने झंडे दिखाए और बाद में झंडे को दबाकर मुझसे माफी मांगे।

राफेल डील पर कांग्रेस चाहती है कि रॉबर्ट वाड्रा को सबकुछ मिल जाए। अगर नहीं मिलता है तो उनके पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। कांग्रेस चोरों से मुक्ति लोगों को मिली है। इसी लोकप्रियता से लोग घबरा रहे हैं।