बीमारी का डर बताकर 150 ख्वातीन की बच्चेदानी निकाली

केतार, 14 फरवरी: गढ़वा के केतार, भवनाथपुर और खरौंधी ब्लाक में करीब 150 ख्वातीन की बच्चेदानी निकाल ली गई है जिससे ये ख्वातीन अब मां नहीं बन पायेंगी। इनमें से कई कम उम्र की लड़कियां भी हैं।

रज़ाकार तंज़ीम (Voluntary organization) स्माइल इंडिया की ओर से केतार मंदिर के अहाते में ख्वातीन के लिये लगे सेहत बेदारी (Health Awareness) कैंप में जांच के दौरान इस बात खुलासा हुआ। कैंप में करीब 200 ख्वातीन पहुंची थीं। इनमें से ज्यादातर की बच्चेदानी निकाल ली गई थी। इस वाकिया के बाद से लोग हैरान हैं।

ख्वातीन का इल्ज़ाम है कि परसोडीह के मुबय्यना चिकित्सक डॉ मंटू, केतार वाकेय् सूर्या नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉ वाजीद अली, सूर्या क्लिनिक के डॉ. मिथिलेश पासवान और भवनाथपुर के आशीर्वाद क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ. सूर्यमणि सिंह ने उनकी बच्चेदानी निकाली है।

ख्वातीन डॉक्टर के पास पेट से मुताल्लिक बीमारी के इलाज के लिये जाती थीं, तब डॉक्टर उन्हें बच्चेदानी में सूजन या कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों का डर दिखाकर ऑपरेशन कर बच्चेदानी निकलवाने के लिये कहते थे और ऐसा न करने पर बड़ी परेशानी होने की बात कही जाती थी। इसी तरह पलामू के चैनपुर ब्लाक वाकेय् बरांव गांव में भी ख्वातीन की बच्चेदानी निकाले जाने का वाकिया सामने आया था।

मुकामी लोगों का इल्ज़ाम है कि सूर्या नर्सिंग होम के डायरेक्टर गांवों में झोलाछाप डॉक्टरों को एजेंट बना कर भेजते हैं। उन्हें कमीशन पर रखते हैं। इन्हीं एजेंट के जरिये ख्वातीन को क्लिनिक पर लाया जाता है और बच्चेदानी निकालने का अमल ( काम) किया जाता है