बुर्क़े पे कोई पाबंदी नहीं : लक्सेम्बर्ग

veil

 

लक्सेम्बर्ग : जो लोग बुर्क़ा पहेन कर अपने मज़हब का पालन कर रहे हैं, उन्हें ऐसा करने की पूरी आज़ादी है , मुल्क के वज़ीर ए इंसाफ़ फ़ेलिक्स ब्राज़ ने आज साफ़ किया
लक्सेम्बर्ग यूरोप का एक छोटा सा मुल्क है जो बेल्जियम,फ्रांस और जर्मनी से सरहद बांटता है
फ़ेलिक्स ब्राज़ जो वज़ीर ए इंसाफ़ हैं ने कहा कि इस तरह का अभी तक कोई भी क़ानून नहीं है जिसमें आवामी मक़ामात पे बुर्क़े पे कोई पाबंदी हो , लक्सेम्बर्ग वोर्ट ने रिपोर्ट किया
ये फ़ैसला क्रिस्चियन सोशल पीपल पार्टी की तरफ़ से हुकूमत पे बनाए जा रहे दबाव के जवाब में आया . ये ग्रुप बुर्क़े पे पाबंदी चाहता है जैसा कि फ्रांस और बेल्जियम में हुआ है.
लक्सेम्बर्ग शौरा जो एक मुस्लिम संस्था है , के हिसाब से मुल्क में कुल 16 औरतें हैं जो नक़ाब पहेनती हैं लेकिन पूरे जिस्म का बुर्क़ा मुल्क में कोई नहीं पहेनता .
शौरा के नुमाइंदे मोंधेर लाबिदी ने कहा “हमने वज़ीर ए आज़म को बताया है कि औरतों का नक़ाब पहेनना कोई ख़तरे का मास’अला नहीं है और किसी भी तरह से ये किसी और की आज़ादी पे हमला नहीं है बल्कि ये अपने मज़हब को इज़हार करने का एक तरीक़ा है , इसलिए इस पर पाबंदी की कोई ज़रुरत नहीं है “