बेटी के लिए दिखा ऐसा प्यार, तीन माएं हुई तैयार

रांची, 11 मार्च: जहां एक मां ने अपनी नवजात बच्ची को छोड़ दिया, वहीं तीन माएं उस बच्ची को लेने के लिये आग आ गईं। इतना ही नहीं दो परिवार तो बच्ची के लिए लड़ने तक लगे। बेटी के लिए नफरत के बाद ऐसा प्यार रांची के रिम्स में देखने को मिला।

रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में एक खातून एतवार की सुबह अपनी डेढ़ साल की बच्ची को झालदा की लक्षी देवी को देकर वहां से भाग गई। लक्षी देवी अपने रिश्तेदार का इलाज कराने के लिए रिम्स आई थीं। उन्हें एक खातून ने यह कर अपनी बेटी पकड़ने के लिए कहा कि वह अभी दवा लेकर आ जाएगी।

लक्षी देवी ने बेटी को रख लिया। इसके बाद करीब तीन घंटे तक इंतेजार करने बाद जब बच्ची की मां नहीं आई तब उन्होंने इसकी सूचना रिम्स के सिक्यूरिटी एजेंसी को दी। इत्तेला मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गयी। सभी लोग बच्ची की मां को कोस रहे थे और बच्ची लगातार रो रही थी।

दोपहर में फतेहपुर से आईं वकेश्वरी देवी ने बच्ची को लेने की इच्छा जाहिर की और कहा कि मैं इसकी मां हूं, इसे मैं पालूंगी। उन्होंने बच्ची को गोद में लिया, दूध मंगाया और पिलाने की कोशिश की। वहीं सिक्योरिटी गीता देवी ने भी बच्ची को खिलाने और चुप कराने की कोशिश की। बच्ची उनकी गोद में आकर चुप हो गई।

इसके थोड़ी देर रिम्स के ट्रॉलीमैन दीपक राम की बीवी चांदनी देवी आईं और उन्होंने बच्ची को अपना दूध पिलाया। मां का दूध पीकर बच्ची चुप हो गई। उनके पास पहले ही एक छोटी बच्ची थी। उन्होंने लावारिस छोड़ी गई बच्ची को गोद में लिया और कहा कि अब मेरी दो बेटियां हो गईं हैं। हालांकि कानूनी कार्रवाई पूरी न होने के वजह से बच्ची को बाद में बरियातू वाकेय् एनजीओ ‘मसाइल के हल ‘ में भेज दिया गया।