ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की अहमियत पर जोर देने के लिए रविवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की। डाउनिंग स्ट्रीट प्रवक्ता ने बताया कि पीएम ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की।
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने भारत के साथ तनाव घटाने की उनकी प्रतिबद्धता और विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी का स्वागत किया। प्रवक्ता ने कहा कि नेताओं ने इस संघर्ष के कारणों का हल निकालने की जरूरत पर चर्चा की।
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद भारत के पक्ष में कई देश खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने पाकिस्तान से अपील की है कि वह अपने यहां आतंकवाद को पनपने न दे।भारत द्वारा पाकिस्तान में घुसकर की गई एयर स्ट्राइक के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।
इस दौरान पाकिस्तान ने एयर स्ट्राइक का बदला लेने के लिए अपने विमान भारतीय सीमा में प्रवेश कराए। मगर भारतीय वायुसेना ने उसे खदेड़ दिया। इसमें पाकिस्तान का एफ-16 विमान मार गिराया गया। इसके बाद सीमा पर तनाव और बढ़ गया।
इस पूरे प्रकरण में पाकिस्तान का तर्क था कि भारत उसे आतंकवाद पर सबूत सौंपे और वह उस पर कार्रवाई करेगा। वहीं भारत का कहना है कि उसने पाकिस्तान को लगातार सबूत दिए है। जिसपर उसने कोई कार्रवाई नहीं की है।
इसके बाद से अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस भारत के साथ खड़े हो गए। सभी ने पुलवामा हमले दोषी आतंकी संगठन जैश को खत्म करने की नसीहत पाकिस्तान को दी है। इन देशों ने संयुक्त राष्ट्र में इस आतंकी संगठन ब्लैकलिस्ट करने मुहिम छेड़ दी है।