भटकल से बिहार पुलिस ने क्यों नहीं की पूछताछ-सुशील मोदी

इंडियन मुजाहिदीन सरगना यासीन भटकल को लेकर बिहार का सियासी पारा गरम हो गया है। भाजपा के लीडर सुशील मोदी ने कहा कि मुबाइना दहशतगर्द इशरत जहां को “बिहार की बेटी” करार देनेवाले जदयू के लोग कहीं भटकल को “बिहार का दामाद” न करार दे दें। भटकल की ससुराल समस्तीपुर में है। मोदी ने कहा, भटकल का ससुर इरशाद खान असल तौर से समस्तीपुर का रहनेवाले हैं। उन्हें दो साल पहले भटकल के राब्ता के इल्ज़ाम में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मर्कज़ी जांच एजेंसी की इत्तिला के मुताबिक भटकल तौविल वक़्त तक दरभंगा में आयुर्वेद डॉक्टर डॉ इमरान के नाम से रह कर गरीब और बेरोजगार नौजवानों को दहशतगर्द सरगरमियों में शामिल करने को हौसला अफजायी कर रहा था। कई दहशतगर्द वाकियात से बिहार के तार जुड़ते जा रहे हैं। कई नौजवानों की गिरफ्तारी भी हुई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि भटकल को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के मामले में बिहार पुलिस ने पहल क्यों नहीं की, जबकि गैगर रियासतों की पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।

क्रेडिट लेने से क्यों पीछे रही पुलिस

उन्होंने कहा, आमतौर पर मामूली कामयाबी का भी क्रेडिट लेने में आगे रहनेवाली बिहार पुलिस आखिर इस बड़ी कामयाबी से खुद को बचाती क्यों रही? क्या किसी सियासी वजह से बिहार पुलिस को रोका गया? रक्सौल में गिरफ्तारी के बावजूद मर्कज़ी एजेंसी पर बिहार हुकूमत ने गिरफ्तारी का मुकाम उत्तरप्रदेश के महाराजगंज जिला वाक़ेय नेपाल सरहदी इलाक़े का बताने का दबाव बनाया था। यूपी कुकुमत की मनाही के बाद बिहार हुकूमत ने रक्सौल से इन दहशतगरदियों के पकड़े जाने की बात कबुल की।