भाजपा के दो मुतनाज़ा इश्तिहार पर लगी रोक

पटना : एलेक्शन कमीशन ने बिहार में भाजपा के दो मुतनाज़ा इश्तिहार पर जुमा को बैन लगा दिया। बिहार के चीफ़ एलेक्शन कमीशन अफसर अजय नायक को सख्त अलफाज में दिये गये सलाह में कमीशन ने उनसे यकीन दिहानी करने को कहा है कि सनीचर से एलेक्शन खत्म होने तक दोनों इश्तिहार किसी अखबार या मैगजीन में नहीं छपने चाहिए।

कमीशन ने उनसे कहा कि भाजपा की रियासती यूनीट को इत्तिला करें कि इस तरह के इश्तिहार का न तो आशाअत होना चाहिए। इसके बाद एलेक्शन महकमा के एडिशनल चीफ़ एलेक्शन कमीशन ओहदेदार अरविंद कुमार चौधरी ने भाजपा के रियासती सदर मंगल पांडेय को खत लिख कर कहा कि रियासती भाजपा की तरफ से आशाअत दो इश्तिहार पर रोक लगायी गयी है, जिनमें वोटों की खेती के लिए दहशतगर्द की फसल सींचना क्या इक्तिदार है?

और दलितों-पसमानदा की थाली खींच अक़लियतों को रिज़र्वेशन परोसने की साजिश क्या इक्तिदार है?, की बात कही गयी है। ज़राये ने कहा कि इन इश्तिहार में लोगों को जाति व मजहब की बुनियाद पर बांटने की ताक़त है, जो एलेक्शन कानून व ज़ाब्ता एखलाक कानून के खिलाफ है। इससे पहले अज़ीम इत्तिहाद ने इश्तिहार के खिलाफ एलेक्शन कमीशन में शिकायत की थी। रियासत के सीइओ ने इस बारे में एलेक्शन कमीशन को एक रिपोर्ट भी सौंपी है।

इन इश्तिहार पर लगी रोक

विज्ञापन :1.वोटों की खेती के लिए दहशतगर्द की फसल सींचना क्या गुड गोवर्नेंस है?
विज्ञापन:2. दलितों पसमानदा की थाली खींच अक़लियतों को रिज़र्वेशन परोसने की साजिश क्या गुड गवर्नेंस है?