भाजपा वोट लेकर भूल जाती, हमारा भरोसा काम में : नीतीश

पटना : वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने कहा कि हम काम में यक़ीन करते हैं। भाजपा वोट लेकर भूल जाती है। वज़ीरे आज़म ने मुल्क़ में सौ शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था। सेलेक्शन किया महज़ बीस का। हद तो यह है कि यूपी और बिहार ने उन्हें १०४ एमपी दिए, लेकिन एक भी शहर इन रियास्तों से नहीं लिए गए। कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल का काम की शुरुवात करते हुए सीएम ने इतवार को कहा कि हम तशहीर में कमजोर हैं, लेकिन काम में मजबूत हैं। वह तो सिर्फ तशहीर पर ही यक़ीन करते हैं। लेकिन लोग काम को ही याद रखते हैं।

इंतिखाब के वक़्त वज़ीरे आज़म नरेन्द्र मोदी ने जितनी मंसूबों का संगे बुनियाद किया, उनमें रत्तीभर भी उनका किरदार नहीं है। स्टेज पर हमसे हंसकर बात किया और मुजफ्फरपुर जाते ही हमारे डीएनए में खोट निकालने लगे। काम की शुरुवात को लेकर भाजपा की तरफ की जा रही बयानबाजी पर कुमार ने कहा कि चार महीने पहले पुल का संगे बुनियाद हुआ था। अब कंपनी का सलेक्शन हो गया तो काम की शुरुआत हो रही है। यह कोई नई बात नहीं है।

दीघा पुल की महज़ एलान कर मौजूदा रेल वज़ीर रामविलास पासवान ने वज़ीरे आज़म देवेगौड़ा से संगे बुनियाद कराया। उस वक़्त भी हमने पैसे की निज़ाम कर काम के लिए एजेंसी तय की। अटलबिहारी वाजपेयी ने काम की शुरुवात किया था। कई और भी मिसाल हैं। उन्हें यह प्रोग्राम मुनक़्क़िद करने के लिए नायब वज़ीरे आला तेजस्वी यादव को मुबारकबाद दी। साथ ही कहा कि जहां तक लालू प्रसाद के तक़रीब में हिस्सा लेने की बात है, तो हमने सबको दावत दिया। कोई नहीं आया तो मैं क्या करूं। ऐसे भी लालू प्रसाद साबिक़ सीएम हैं और हमारे इत्तिहाद के लीडर हैं।

उन्होंने कहा कि हम अज़ीम इत्तिहाद की जाब्ता एखलाक के मुताबिक़ काम करते हैं। अवाम के फि जवाब देहि हैं, लेकिन इत्तिहाद को भी मुत्तहिद रखना हमारी जिम्मेदारी है। इंतिखाब के पहले अज़ीम इत्तिहाद में शामिल दलों के साथ मुश्तरका प्रोग्राम तय किया था। उसी के मुताबिक़ काम कर रहे हैं।