भारत ऐसा मुल्क जहाँ पत्थर की भी पूजा होती है

नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में हुए एक प्रोग्राम में उन्होंने स्टूडेंट्स को शिक्षा का मकसद समझाते हुए कहा कि पढ़ने का मतलब केवल पढ़ाई और कमाई नहीं होनी चाहिए। शिक्षा का मकसद हमारे अंदर ऐसी सोच विकसित करने की होनी चाहिए जो हमें जाति, संप्रदाय व धर्म की सीमाओं से ऊपर उठाए ताकि हम एक अच्छा नागरिक बन राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सकें।
उपराज्यपाल ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें शिक्षा के उद्देश्य पर विचार करना चाहिए। हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति रहे प्रो. हरि गौतम ने कहा कि हमारा जोर ऐसी शिक्षा की ओर होना चाहिए जो लाखों ग्रेजुएट्स के बजाय हमें ऐसे ग्रेजुएट्स दें जो समय व जरूरत के हिसाब से योग्य हों। जो नौकरी करने के काबिल हों। इस बात को देखते हुए एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स का पुनर्गठन आज समय की मांग है। प्रो गौतम ने कहा कि विद्यार्थियों को देश की संस्कृति को समझना चाहिए। यह ऐसा देश है जहां पत्थर की भी पूजा होती है। जहां नदी व गाय को मां का नाम  दिया जाता  है। इस संस्कृति को आपको आत्मसात करना चाहिए।