भारत-पाक दुश्मनी भुलाकर ग़रीबी मिटाने का प्रयास करें, आतंकवाद का मुख्य जड़ गरीबी है: ताहिरुल क़ादिरी

नई दिल्ली : पाकिस्तानी आलिम और बेहतरीन स्कॉलर मोहम्मद ताहिर उल कादरी ने रविवार को वर्ल्ड सूफी फोरम में भारत-पाकिस्तान के संबंधों को सुधारने और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रयास करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि मैं भारत-पाकिस्तान की सरकारों से अपील करता हूं कि गरीबी मिटाने के लिए कोशिश करें, दुश्मनी भूल जाएं. कादरी ने कहा, ‘लोग दुश्मन नहीं हैं. यह लड़ाई खत्म होनी ही है. ऐसा तब संभव है जब सरकारें शांति कायम रखने और गरीबी मिटाने की दिशा में बजट का इस्तेमाल करेंगी आतंकवाद भारत-पाकिस्तान का कॉमन दुश्मन है.

खबर  के अनुसार उन्होंने कहा कि इस्लामिक स्टेट (ISIS) और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ लड़ाई में सूफिज्म का बड़ा रोल है. करीब डेढ़ साल पहले एक जनआंदोलन के जरिए नवाज शरीफ सरकार को हिला कर रख देने वाले कादरी ने आतंकवाद और अलगाववाद की मुख्य जड़ गरीबी है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को राजनीतिक दलों और कुछ सामाजिक संगठनों से मदद मिलती है, जो उन्हें खतरनाक अपराध करने के लिए उकसाते हैं.

भारत-पाकिस्तान के सबंधों पर उन्होंने कहा, ‘आजादी मिले हुए करीब 70 साल होने को हैं. इस बीच चार युद्ध हुए. क्या भारत और पाकिस्तान हमेशा दुश्मन बने रहना चाहते हैं? भगवान के लिए यह दुश्मनी खत्म कर दीजिए और अपने बजट का इस्तेमाल शांति कायम करने के लिए करें.’