भीमा कोरेगांव मामले में देशभर में वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी, गौतम नवलखा घर में नजरबंद

भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में देश के कई हिस्सों में मंगलवार को पुणे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कई एक्टिविस्ट और माओवादी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की. ये छापेमारी महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, दिल्ली और झारखंड में की गई. पुणे पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की.

गिरफ्तार किए गए दलित एक्टिविस्ट गौतम नवलखा को दिल्ली हाईकोर्ट से राहत मिल गई है, दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नावलाखा को दिल्ली से दूर ना ले जाया जाए. नावलाखा पुलिस सुरक्षा में अपने आवास पर ही रहेंगे और उन्हें केवल अपने वकीलों से मिलने की इजाजत होगी. आपको बता दें कि महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले को लेकर कई जगह पुलिस ने छापेमारी की है. ये छापेमारी कई एक्टिविस्ट और माओवादी नेताओं के घरों पर की गई. पुलिस ने हैदराबाद में कवि, वामपंथी विचारक और एक्टिविस्ट वरवर राव के घर पर छापेमारी करके उन्हें गिरफ़्तार किया गया..वहीं  दिल्ली से गौतम नवलखा को हिरासत में लिया गया है. उन्हें साकेत कोर्ट ने ट्रांजिट रिमांड पर पुणे पुलिस के हवाले किया गया था.

इसके अलावा पुणे में अरुण फ़रेरा को और फरीदाबाद से सुधा भारद्वाज हिरासत में लिया गया है. पुलिस के मुताबिक़, बीते जून में गिरफ़्तार किए गए 5 सामाजिक कार्यकर्ताओं से पूछताछ के आधार पर ये नाम सामने आए हैं और इसी के आधार पर इनके घरों पर तलाशी अभियान जारी है. पुलिस का दावा है कि पुणे में 31 दिसंबर 2017 को दिए गए इन भाषणों की वजह से अगले दिन बड़े स्तर पर हिंसा हुई.