भोपाल शेल्टर होम कांड- छात्रा ने बताया- रेप कर वीडियो बनाता था छात्रावास संचालक

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए शेल्टर होम कांड में नया खुलासा हुआ है. भोपाल के बाद अब इंदौर में एक 23 साल की छात्रा ने आरोपी छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. छात्रा के मुताबिक, आरोपी संचालन ने मोबाइल पर अश्लील फिल्में दिखाकर उसके साथ भी कई बार रेप किया. साथ ही उसने वीडियो भी बनाया और किसी से बताने पर जान से मारने की धमकी भी देता था.

हमारे सहयोगी अखबार डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर के हीरा नगर पुलिस थाने के प्रभारी महेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि पड़ोसी धार जिले की रहने वाली 23 वर्षीय मूक-बधिर लड़की की शिकायत पर भोपाल के छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा के खिलाफ शनिवार रात मामला दर्ज किया गया है. पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि शर्मा उसे कथित तौर पर अश्लील फिल्में दिखाकर उसके साथ रेप और अप्राकृतिक दुष्कर्म करता था. यह घटना दिसंबर 2017 से फरवरी 2018 के बीच की है, जब मूक-बधिर युवती पढ़ाई के दौरान भोपाल में शर्मा के छात्रावास में रह रही थी.

आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस
उन्‍होंने बताया कि पीड़ित लड़की की शिकायत के आधार पर यह मामला भारतीय दंड विधान की धारा 376 (बलात्कार), धारा 377 (अप्राकृतिक दुष्कृत्य) और अन्य सम्बद्ध धाराओं के साथ अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है. भदौरिया ने बताया कि मामले की आगे की जांच के लिए भोपाल पुलिस को भेज दिया गया है. शर्मा को एक अन्य प्रकरण में मूक-बधिर आदिवासी युवती से दुष्कर्म के आरोप में नौ अगस्त को भोपाल में गिरफ्तार किया गया था. सूबे की राजधानी के छात्रावास संचालक पर अब तक चार मूक-बधिर लड़कियां यौन प्रताड़ना के आरोपों में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करा चुकी हैं. इनमें दो सगी बहनें शामिल हैं.

 

कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग
वहीं, कांग्रेस ने मूक बधिर बालिका से दुष्कर्म के आरोपी छात्रावास के संचालक अश्विनी शर्मा को भाजपा और आरएसएस से जुडे़ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे राजनीतिक संरक्षण हासिल है, इसलिए मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए. मध्‍य प्रदेश कांग्रेस ने 12 अगस्त को पत्रकार वार्ता में कहा था कि भोपाल दुष्कर्म कांड का छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा संघ का कार्यकर्ता है. उसे मुख्यमंत्री का आर्शीवाद हासिल है. शर्मा भाजपा के मंत्रियों का नजदीकी है और एक वीडियो में वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आर्शीवाद लेता हुआ नजर आता है.

कांग्रेस का आरोप, भाजपा ने हटवाया आरोपी का फेसबुक अकाउंट
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले में जल्दी से एसआईटी जांच की घोषणा कर दी, लेकिन हमें एसआईटी जांच पर भरोसा नहीं है. शर्मा को राजनीतिक सरंक्षण हासिल है इसलिये इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए. कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें आरोपी अश्विनी शर्मा एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पैर छू रहा है और चौहान उसके सर पर हाथ रखकर आर्शीवाद दे रहे हैं. कहा कि इस कांड के सामने आते ही आरोपी का फेसबुक एकाउंट हटा दिया गया है ताकि उसके भाजपा और सत्ता से जुड़े नेताओं से संबंध छुपाये जा सके.