मजलिसी कॉर्पोरेटर की गिरफ़्तारी की कोशिश पर कशीदगी

हैदराबाद 17 अगस्त: हैदराबाद पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने शाह अली बंडा के मजलिसी कॉर्पोरेटर मुस्तफ़ा अली मुर्तज़ा को साल 2012 के फ़िर्कावाराना नौईयत के केस में गिरफ़्तार करने की कोशिश की जिसके बाद इलाके में मामूली सी कशीदगी पैदा हो गई।

नामपल्ली क्रीमिनल कोर्ट के तीसरे एडिशनल मेट्रोपोलिटन सेशन जज ने मजलिसी कॉर्पोरेटर की ज़मानत क़बल अज़ गिरफ़्तारी की दरख़ास्त मुस्तर्द कर दी। मज़कूरा कॉर्पोरेटर को गिरफ़्तार करने के लिए एसआईटी टीम उनके मकान वाक़्ये हुसैनी अलम ओलड सिटी के रुकने असेंबली चारमीनार ने मुबय्यना तौर पर पुलिस की कार्रवाई में ख़लल पैदा कर दिया उस के बाद इलाक़ा में मामूली सी कशीदगी पैदा हो गई।

साल 2012 में भाग्य लक्ष्मी मंदिर से मुताल्लिक़ फ़िर्कावाराना नौईयत का एक मुक़द्दमा हुसैनी अलम पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था जिसमें साबिक़ कॉर्पोरेटर मुहम्मद ग़ौस, मुकर्रम और मुस्तफ़ा अली मुर्तज़ा को मफ़रूर बताया गया था। 25 जुलाई को एसआईटी ने मुहम्मद ग़ौस को गिरफ़्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था बादअज़ां ज़मानत पर उनकी रिहाई अमल में आई जबकि एसआईटी मुसलसिल मुर्तज़ा और मुकर्रम की तलाश में है।