मजलिस ने हमारा साथ क्युं छोड़ दिया?

कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी ने मजलिस की सियासी क़ला बाज़ीयों और सेकुलरिज्म को नुक़्सान पहूँचाते हुए हिंदुतवा ताक़तों को फ़ायदा पहूँचाने के बारे में तेलंगाना के कांग्रेस क़ाइदीन से इस्तिफ़सार क्या कांग्रेस क़ाइदीन ने राहुल गांधी को बताया कि मजलिस इक़तिदार की पुजारी है। 10 साल तक मजलिस ने कांग्रेस का ख़ून चूसा और अब टी आर एस का ख़ून चूस रही है।

राहुल गांधी तेलंगाना का दौरा करने वाले हैं छुट्टीयों से वापिस लौटने के बाद तेलंगाना के कांग्रेस क़ाइदीन से 19 अप्रैल के अलावा कई मर्तबा मुलाक़ात करचुके हैं। उन्होंने तेलंगाना क़ाइदीन से मुलाक़ात के दौरान तेलंगाना के ताज़ा हालात पर तबादला-ए-ख़्याल किया। बावसूक़ ज़राए से पता चला हैके राहुल गांधी ने मजलिस की अचानक कांग्रेस से दूरी और कांग्रेस के ख़िलाफ़ मुहिम की वजह दरयाफ़त की । तेलंगाना के कांग्रेस क़ाइदीन ने उन्हें बताया कि मजलिस सिर्फ़ अक़लियतों मुसलमानों की जमात होने का दावे करती है मगर मुसलमानों की तरक़्क़ी-ओ-बहबूद के लिए इस ने कुछ नहीं किया है। तक़रीबन 50 साल से पुराने शहर में मजलिस के अवामी नुमाइंदे मुंतख़ब होरहे हैं मगर पुराने शहर की तरक़्क़ी-ओ-बहबूद के लिए कुछ नहीं किया।

कांग्रेस के 10 साला दौरे इक्तेदार में सिर्फ़ अपने ज़ाती सियासी फ़ायदे को एहमीयत दी है। कांग्रेस हुकूमत की तरफ से अक़लियतों के लिए किए जाने वाले इक़दामात को अपना कारनामा क़रार देने की कोशिश की है।

कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी ने मुजव्वज़ा ग्रेटर हैदराबाद मुंसिपल कारपोरेशन के चुनाव के बारे में भी बातचीत की और अभी से तैयारी शुरू करदेने का मश्वरह दिया। उन्होंने पुराने शहर में कांग्रेस पार्टी को कामयाब बनाने के लिए ख़ुसूसी हिक्मत-ए-अमली तैयार करने पर ज़ोर दिया और मजलिस के ख़िलाफ़ ताक़तवर उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारते हुए ज़बरदस्त चुनाव मुहिम चलाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि मजलिस और बी जे पी को एक ही सके के दो रुख़ तसव्वुर करते हुए पार्टी को हिक्मत-ए-अमली इख़तियार करनी चाहीए।