मदनपल्ली में 20 साल बाद ज़बरदस्त बारिश

मदनपल्ली12 नवंबर: चित्तूर में तीन दिन से हो रही लगातार बारिश की वजह से आम ज़िंदगी बुरी तरह मुतास्सिर हुई है।Bay of Bengal मैं आए हुएRovan तूफ़ान की वजह से टामिलनाडु , आंध्र प्रदेश के साहिली इलाक़ा कर्नाटक में हुई बारिश से टमाटर, धान, कपास और तूर दाल की काशत को भारी नुक़्सान पहुंचा है।

चित्तूर जो कई सालों से क़हत के चंगुल में फंसा था इस बारिश की वजह से ज़मीन में तरी की सतह में इज़ाफ़ा हुआ है। ज़िला के मशरिक़ी इलाके में बारिश ना होने की वजह से किसान अपनी ज़मीन-ओ-जायदाद को छोड़कर बड़े शहरों की तरफ़ रुख किए हुए हैं और अपने गांव में शाही ज़िंदगी गुज़ारने वाला किसान मज़दूरी करने पर मजबूर हो गया।

इस बारिश की वजह से उन किसानों में एक नई उम्मीद जाग रही है और वापिस अपने मुक़ाम को मुंतक़िल होने की सोच रहे हैं। शहर 1996 मैं एसी बारिश हुई थी जिसकी वजह से अतराफ़ के तालाब सेराब हो चुके थे।

बदक़सतमी से सात तालाब बैयकवक़त में टूट कर उस का पानी शहर में आगया जिसकी वजह से जानी और माली नुक़्सान हुआ था। 1996 के बाद से शहर मदनापल्ली में पैदा होने वाले बच्चों को बारिश, नदी, नाले का इलम भी नहीं था। कभी-कभार एक दो घंटे की बारिश होती थी। मगर इस मर्तबा इतवार की शाम से लेकर चहारशंबे की शाम तक बग़ैर वक़फे के लगातार बारिश हो रही है जिसकी वजह से फिर से अतराफ़-ओ-अकनाफ़ के तालाब में पानी जमा हो गया है।