मध्य प्रदेश में चौकीदार का बेटा बना हाईस्कूल टॉपर, दूसरों की दुकान पर बैठकर निकालता था अपना खर्च!

सागर: एक चौकीदार का बेटा आयुष्मान ताम्रकार ने गगन त्रिपाठी के साथ मध्य प्रदेश हाई स्कूल परीक्षा में संयुक्त रूप से ‘रैंक वन’ हासिल किया है। आयुष्मान के पिता विमल ताम्रकार एक सामुदायिक केंद्र में चौकीदार के रूप में काम करते हैं।

आयुष्मान सागर के शासकीय बहुउद्देशीय उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र हैं और उन्होंने इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 500 में से 499 अंक हासिल किए हैं।

आयुष्मान के परिवार का जीवन अभाव और समस्याओं से घिरा हुआ है। आर्थिक संकट उनकी जिंदगी हिस्सा है। उनके पिता विमल को विवाह घर की चौकीदारी से जो पैसा मिलता है, उसी से परिवार का उदर पोषण होता है। आयुष्मान की मां बरखा मजदूरी करके परिवार को थोड़ी मदद करती हैं।

आयुष्मान अपनी सफलता से खुश हैं और सफलता का श्रेय गुरुजनों और माता-पिता को देते हैं। वह बताते हैं, “मैं सोशल मीडिया से दूर हूं। सोशल मीडिया पर तो कभी भी जा सकते हैं, लेकिन पढ़ाई का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता है, इसलिए मैंने पढ़ाई को प्राथमिकता दी है।”

आयुष्मान अपनी जुड़वा बहन आयुशी के साथ पढ़ाई करता था, और वह अब इंजीनियर बनना चाहता है।

माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षा का नतीजा बुधवार को जब आया, तब आयुष्मान के पिता अपनी ड्यूटी पर थे। उन्हें बेटे की सफलता का पता चला तो वह खुशी से उछल पड़े। आयुष्मान के परिवार की खुशी उस समय दोगुनी हो गई जब उसकी बहन आयुशी ने भी 10वीं की परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक हासिल किए।

आयुष्मान की मां बरखा को बेटे की आगे की पढ़ाई की चिंता है। वह कहती हैं, “आगे की पढ़ाई कैसे होगी, क्योंकि पैसे नहीं हैं। अभी तो घर खर्च बड़ी मुश्किल से चल पाता है। आयष्मान दूसरों की दुकान बैठकर अपना खर्च निकालता था। बेटा बड़ा इंजीनियर बने यही इच्छा है।”