मनरेगा कार्यों के फर्जी जॉब कार्ड बना सरपंचों और अधिकारियों ने एक करोड़ से अधिक रुपयों का भुगतान उठाया

नागौर : मनरेगा के कार्यों में फर्जीवाड़ा का मामला देश भर में फैला हुआ है इससे कोई गुरेज नहीं कर सकता ऐसा ही एक मामला नागौर जिले की मकराना तहसील की खेड़ीसीला ग्राम पंचायत में चल रहे मनरेगा कार्यों मं फर्जीवाडा का मामला सामने आया है करीब एक करोड़ से अधिक रुपयों का भुगतान उठाया गया है.

खेड़ीसीला ग्राम पंचायत के सरपंच राजकुमार सारण, ग्रामसेवक सहित अन्य ने मिलकर फर्जी तरीके से ग्रामीणों के जॉब कार्ड तैयार किए और मास्टर रोल में फर्जी नाम भरकर उनका भुगतान उठा लिया, यह सिलसिला 2015 से चल रहा था.

जिला कलेक्टर को ग्रामीणों ने फर्जी तरीके से तैयार किया जॉब कार्डों की फोटो कॉपी भी उपलब्ध कराई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर कुमारपाल गौतम ने मामले की जांच जिला परिषद सीईओ को दी है. ग्राम पंचायत खेड़ीसीला के सरपंच राजकुमार सारण ने फर्जी तरीके से करीब 250-300 जॉब कार्ड तैयार किए और मनरेगा कार्यों के मास्टर रोल में फर्जी तरीके से नाम भरकर भुगतान उठाया जा रहा है.

सरपंच सहित अन्य बैंक से भी मिलीभगत की और फर्जी बैंक खाते भी खुलवा दिया, जबकि ग्रामीणों को उन बैंक खातों की जानकारी भी नहीं हैं. आरोप है कि इस घोटाले में सरपंच, बीडीओ, ग्रामसेवक व बैंक अधिकारी शामिल हैं. पूरे मामले की जांच कर सच्चाई सामने लाई जानी चाहिए और सरपंच व अन्य से घोटाले की राशि वापस वसूली जाए.