मर्दों से ज़्यादा ख्वातीन वफादार होती हैं उन्‍हें दीजिए टिकट: सुषमा

मरकज़ी वज़ीर ए खारेज़ा सुषमा स्‍वराज ने भोपाल में कहा कि मर्दों से ज्‍यादा ख्वातीन को इलेक्शन के टिकट दिए जाने चाहिए| ख्वातीन मर्दों से ज्‍यादा वफादार होती हैं| मध्‍य प्रदेश में मुनाकिद करारदाद सेशन में विदिशा से एमपी सुषमा ने भाजपा के रियासती सदर और वज़ीर ए आला को सलाह देते हुए कहा कि 50 फीसद ख्वातीन रिजर्वेशन के बाद अब ये जरूरी है कि टिकट Labour donations और Time-donate करने वाली खातून पार्टी वर्कर को दिया जाए|सुषमा ने माना कि मर्द काउंसलर के मुकाबले खातून कांउसलर ज्यादा ईमानदारी से काम करती हैं|

सुषमा ने कहा‍ ख्वातीन कियादत फरोग करने से पहले ये जरूरी है कि काउंसलर के इंतेखाबात में ख्वातीन को ज्यादा टिकट दिया जाए| वज़ीर ए खारेज़ा ने कहा कि जनरल सीटों पर भी मर्दों से ज्‍यादा ख्वातीन को तरजीह देने की जरूरत है|

इससे पहले दशहरा मैदान में करारदाद सेशन (संकल्प अधिवेशन) का इफ्तेताह करते हुए मरकज़ी वज़ीर वेंकैया नायडू ने कहा कि रियासत की भाजपा यूनिट मुल्क में तंज़ीम का रोल मॉडल है| रियासत के कारकुनो को फतह दिलाने के तरीके समझाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मध्‍य प्रदेश से कारकुनों के जाने के बाद ही हरियाणा व महाराष्ट्र में नामुम्किन बाजी पार्टी के हक में आई है|

भाजपा के रियासती सदर नंदकुमार चौहान ने कहा कि पार्टी कारकुन जीत की संग ए बुनियाद हैं और उसकी मेहनत ही जीत का फार्मूला है| चौहान ने कहा कि सिर्फ भाजपा में सलाहियत की बुनियाद पर जिम्मेदारी दी जाती है| उन्होंने वज़ीर ए आज़म मोदी, सीएम शिवराज सिंह समेत कई मरकज़ी वज़ीर को इसका मुतहरिक मिसाल बताया| वहीं प्रभात झा ने कहा कि सदर हो या क़ौमी ओहदेदार, ओहदा हमेशा नहीं रहता, लेकिन असल कारकुन को हमेशा याद रखा जाता है|

करारदाद के पहले दिन मरकज़ी वज़ीर अनंत कुमार, प्रकाश जावड़ेकर, सुषमा स्वराज, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, क़ौमी नायब सदर प्रभात झा, तंज़ीम के जनरल सेक्रेटरी अरविंद मेनन समेत रियासत की हुकूमत के ज़्यादातर वज़ीर स्टेज पर मौजूद रहे|