मल्टी ब्रांड रीटेल में FDI पर सनअती शोबा मुनक़सिम

नई दिल्ली २९ नवंबर (पी टी आई) हिंदूस्तानी सनअत कार शोबा ऐसा मालूम होता है कि मल्टी ब्रांड चिल्लर फ़रोशी में FDI की इजाज़त दिए जाने के मुआमले पर मुनक़सिम ही। ये एक ऐसा मुआमला है जिस ने पार्लीमैंट को भी दहलाकर रख दिया है और यू पी ए की हलीफ़ जमात तृणमूल कांग्रेस ने इस की मुख़ालिफ़त भी की है।

FICCI ने हालाँकि हुकूमत से तआवुन के लिए दराज़ दस्ती से ज़रूरी काम लिया है लेकिन दूसरी तरफ़ CII ने रीटेल सैक्टर में FDI को मुतआरिफ़ करवाने में फ़राख़दिली से काम नहीं लिया है क्योंकि इस के लिए दरकार फ़ीसद और अक़ल्ल तरीन सरमाया के लिए भी कोई ख़ास वज़ाहत नहीं की गई है।

दरीं असना एक प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए FICCI के सैक्रेटरी जनरल राजीव कुमार ने बताया कि रीटेल सैक्टर मुतआरिफ़ किए जाने के बाद मुल्क में रोज़गार के मवाक़े बढ़ जाएंगी। उन्हों ने नाम लिए बगै़र कहा कि ऐसी एसोसी उष्णस जो मल्टी ब्रांड रीटेल शोबा में बैरूनी रास्त सरमाया कारी (FDI) की मुख़ालिफ़त कर रही हैं। ऐसा ना करने में इन का मुफ़ाद वाबस्ता है और इस पर ज़ोर देते हुए गै़रज़रूरी अंदेशे पैदा किए जा रहे हैं जबकि हक़ीक़त ये है कि रीटेल सैक्टर में FDI टेलीकॉम की तरह इस का नक़्शा बदल देगा। मुझे सिर्फ रोज़गार के शोबा में ही इस का मुसबत असर मुरत्तिब होता हुआ नज़र आता है।

मिस्टर कुमार ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि बाअज़ एसोसी उष्णस जो गै़रज़रूरी अंदेशों में मुबतला हैं कि आलमी सतह पर रीटेल चेतन वॉलमार्ट और टेस्को रिवायती तर्ज़ के रीटेल कारोबार को ख़तन करदेंगी, वो सिर्फ़ सयासी मुहर्रिकात को मद्द-ए-नज़र रखते हुए ऐसा कह रही हैं। बाअज़ तिजारती एसोसी उष्णस का ये कहना है कि बड़े बड़े बैरूनी रीटेल स्टोरस खोले जाने से इस सैक्टर में 40 मुलैय्यन मुलाज़मीन मुतास्सिर हो सकते हैं।