मस्जिदों द्वारा शैक्षिक एवं सामाजिक सेवायें भी अंजाम दी जाए: मौलाना मकसूद इमरान

बेंगलुरु: बेंगलुरु में मुसलमानों के अग्रणी शैक्षिक संस्थान जामेउल उलूम का वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया। वार्षिक बैठक से मंगलोर के यनोपिया विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रसिद्ध वैज्ञानिक सैयद अकील अहमद ने संबोधित किया। बैठक में कुरान की रोशनी में शिक्षा के असल उद्देश्य को समझने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर यनोपिया विश्वविद्यालय के कुलपति सैयद अकील अहमद ने कहा कि छात्र केवल परीक्षा के लिए पढ़ाई न करें, बल्कि शिक्षा को जीवन का लक्ष्य बनायें। शहर के जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मकसूद इमरान ने कहा कि मस्जिदों के ज़रिये शैक्षिक एवं सामाजिक सेवाएं भी अंजाम दी जाएं।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार इस अवसर पर सफलता प्राप्त करने वाले जामेउल उलूम और कुछ अन्य मुस्लिम संस्थाओं के छात्रों को पुरुस्कार भी दिया गया। छात्रों के लिए यह लम्हा यादगार और काफी खुशियों से भरा था. सालाना सभा के अवसर पर छात्रों ने एक से बढ़ कर एक सांस्कृतिक और अदबी प्रदर्शन भी किए।

गौर तलब है कि बेंगलुरु की सिटी जामा मस्जिद के तहत चलने वाले जामेउल उलूम में लगभग 4 हज़ार से अधिक छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। जामा मस्जिद ने बेंगलुरु में पहली बार मस्जिदों के तहत आधुनिक शिक्षा प्रदान करने का सिलसिला शुरू किया था।