मसक़ती के इंतेक़ाल से मिल्लत सच्चे हमदरद से महरूम

हैदराबाद 25 अगस्त:ज़ाहिद अली ख़ां एडीटर रोज़नामा सियासत ने इबराहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती के इंतेक़ाल पर गहरे दुख का इज़हार किया। ताज़ियती पयाम में ज़ाहिद अली ख़ां ने कहा कि वो मसक़ती के इंतेक़ाल से देरीना दोस्त-ओ-बाएतेमाद साथी और हमदरद से महरूम हो चुके हैं।

इबराहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती मुसलमानों की तरक़्क़ी के बारे में ग़ैरमामूली जज़बा रखते थे और आख़िरी सांस तक भी उन्होंने मिल्लत की भलाई की फ़िक्र की।

रोज़नामा सियासत और सियासत ख़ानदान से उनके देरीना रवाबित को कभी फ़रामोश नहीं किया जा सकता। इबराहीम मसक़ती ना सिर्फ एक बेलौस और सच्चे दोस्त थे बल्कि हर मौके पर उन्होंने एक बुज़ुर्ग की हैसियत से रहनुमाई भी की। उनका इंतेक़ाल ना सिर्फ मेरे लिए बल्कि सारे सियासत ख़ानदान के लिए शख़्सी नुक़्सान है।

इबराहीम मसक़ती ने हमेशा बेबाकी और हक़गोई को इख़तियार किया जिसके नतीजे में हुकूमतों को भी उनके मुतालिबात क़बूल करने पर मजबूर होना पड़ा।