महाबोधी सीरियल बलास्ट : उमर, अजहर और इम्तियाज पर चार्जशीट

अहम दहशतगर्द तंजीम अलकायदा के भारतीय तंजीम और इंडियन मुजाहिद्दीन ने बोधगया के महाबोधि मंदिर में सीरियल ब्लास्ट किया था। यह दहशतगर्द हमला भारत को बदनाम करने के लिए किया गया था। इसका खुलासा खुसुसि अदालत में मुल्जिमान के खिलाफ जुमे को दाखिल चार्जशीट में एनआईए ने किया है।

अलकायदा के इशारे पर मुबाइयना दहशतगर्द ने 7 जुलाई 2013 को महाबोधी मंदिर और बोधगया में सुबह में बम धमाका कर दहशत पैदा कर दिया था। दहशतगर्दों ने कुल 13 सिलेंडर बम लगाए थे, जिनमें 10 फटा था।

एनआईए ने इस वाकिया के मुल्जिमान और इंडियन मुजाहिद्दीन के मुश्तबा दहशतगर्द उमर सिद्दीकी, अजहर कुरैशी और इम्तियाज अंसारी के खिलाफ खुसुसि अदालत में चार्जशीट दायर की है। इन तीनों मुल्जिमान के खिलाफ एनआईए ने साइंस के तरीके, मोबाइल फोन और जाये हादसा से बरामद सुबूत की ज़ायजा की बुनियाद पर पुख्ता सुबूत इकट्ठा किए थे।

इनमें से उमर सिद्दीकी और अजहर कुरैशी छतीसगढ़ के रायपुर का रहने वाला है। इन दोनों को 2 दिसबंर, 2013 को रायपुर से एनआईए ने गिरफ्तार किया था। इम्तियाज रांची का रहने वाला है। उसे 27 अक्टूबर 2013 को भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पटना जंक्शन वाकेय शौचालय में हुए बम धमाके के दौरान पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

बोधगया बम वाकिया के अहम मुल्ज़िम और इंडियन मुजाहिद्दीन का मुबाइना मेम्बर हैदर अली उर्फ अब्दुल्लाह उर्फ सलीम उर्फ शकूर, मुजीबुल्लाह अंसारी, नोमान अंसारी और तौफिक अंसारी के खिलाफ एनआईए की टीम तहक़ीक़ात कर रही है। 22 मई को एनआईए की टीम ने इन चारों मुल्जिमान को रांची से गिरफ्तार किया था। इन चारों को एनआईए रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।