महाराष्ट्र एसेंबली में मुसलसल दूसरे रोज़ भी शोर-ओ-गुल जारी रहा जहां टरेझ़री और अपोज़ीशन बेंचों के अरकान ने ऐवान की कार्रवाई में रुखना अंदाज़ी की जिस के बाद मुसलसल कई मुख़्तसर मुद्दती वक़्फ़ों के बाद ऐवान की कार्रवाई को मुल्तवी कर दिया गया।
कार्रवाई के शुरु पर महाराष्ट्र के वज़ीर-ए-सनअत नारायण राणे ने एक वज़ाहती बयान ज़ाब्ता 48 के मुताबिक़ दाख़िल किया जो किसी भी रुक्न को इस बात की इजाज़त देता है कि वो अपने मौक़िफ़ की वज़ाहत करसके क्योंकि अपोज़ीशन अरकान ने राणे के ख़िलाफ़ ज़बर्दस्त एहतिजाज करते हुए दागदार वज़रा को हटाओ जैसे नारे लगाए।
इसके बाद ऐवान की कार्रवाई को एक घंटा केलिए रोक दिया गया। जब ऐवान की कार्रवाई दुबारा शुरू हुई तो सदर नशीन नवाब मलिक ने अपोज़ीशन क़ाइद एकनाथ खडसे को ज़ाब्ता 22 का हवाला देते हुए एहतिजाज करने से रोका जिस के ज़रिया किसी भी रुक्न को उसे किसी भी फ़र्द के ख़िलाफ़ कोई बयान देने की इजाज़त नहीं होती जिस ने ज़ाब्ता 48 का इस्तिमाल किया हो।