महाराष्ट्र की तरह और रियासत भी गाय ज़िबाह पर पाबन्दी आयद करें

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अमरावती (महाराष्ट्र ): मरकज़ी वज़ीर हंसराज अहीर के 11 जनवरी को दिए गये अपने ब्यान में कहा कि “सक़ाफत भारतियों के खून में है” , महाराष्ट्र की तरह और रियासत में भी गाय ज़िबाह पर पाबन्दी आयद की जाए|

उन्होंने कहा कि वज़ीर आज़म भारत के “निर्माता” हैं और उन्होंने नौजवानों को रोज़गार के मौक़े फराहम किये हैं |
यूनियन मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट फ़ॉर केमिकल एंड फर्टिलाइजर ने यहाँ एक अवार्ड तक़रीब में कहा कि “तहज़ीब हमारे खून में है भारतीय तहज़ीब बहुत पुरानी है हमें तहज़ीब सिखाने कोई बाहर से नहीं आया” | महाराष्ट्र की तरह और रियासतों को भी गाय ज़िबाह पर पाबन्दी आयद करनी चाहिए |“हुकूमत की तरफ़ से दिए गये अवार्ड पर फ़ख्र करना चाहिए हमारी सक़ाफत पर तनक़ीद करने वाले लोग मुल्क के मुखालिफ हैं” |

मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि “मोदी भारत के निर्माता हैं और नौजवानों को रोज़गार के मौक़े फ़राहम कराना हुकूमत के सामने सबसे बड़ा चैलेन्ज है और वज़ीर आज़म ने इस मक़सद को पूरा करने में कोई क़सर नहीं छोड़ रखी है” |

वज़ीर मौसूफ़ ने नौजवानों से एंट्रप्रेनर्स के तौर पर काम करने पर जोर देते हुए कहा कि हुकूमत ने तालीम याफ्ता नौजवानों लिए ख़ुद का बिज़नेस शुरू करने के लिए मुद्रा स्कीम के ज़रिये एक बड़ा मौक़ा फराहम किया है |

इस मौके पर अहीर ने वाशिम जिले के सामाजिक कारकुन दिलीप बाबा उर्फ दिलीप पवार एसजीबी अमरावती यूनिवर्सिटी की तरफ़ से क़ायम’संत गाडगे बाबा सामाजिक कार्य’ अवार्ड पेश किया |