मालूमात और इल्म की ताक़त सबसे बड़ी ताकत : गवर्नर

रांची/दुमका 30 अप्रैल : जल्स-ए-तकसीम असनाद तकरीब में गवर्नर डॉ सैयद अहमद ने कहा कि ग्लोबलयजेसन के इस दौर में दुनिया तेजी से तब्दील हो रही है। तालीमी मंज़र भी बदल रहा है। जमाना इनफोर्मेसन और मणि वजीर बन चुका है. जिसके पास मालूमात है, नॉलेज है, उसी के पास मतलब है और यही सबसे बड़ी ताकत है। मालूमात के नेजाम, कंप्यूटर, इंटरनेट, ई-मेल वगैरह की नज़र अंदाज़ कर हम आगे नहीं बढ़ सकते। हमें वक़्त की बदलती रफ्तार के साथ अपने को बदलना होगा। तेज और फाल दिमाग से आगे बढ़ना होगा। तकनीकी इन्कलाब की हमने गफ़लत की, तो हम पिछड़ जायेंगे। यूनिवर्सिटीयों को तरक्की की इस तेज रफ्तार में शामिल होना होगा। बेहतर नेसाब के साथ-साथ वोकेशनल कोर्स एवं रोजगारपरक तालीम पर खुसूसी तवज्जो देनी होगी।

गवर्नर ने कहा कि जल्स-ए-तकसीम असनाद तकरीब तालिब इल्मों-रिसर्च स्कॉलर के लिए यादगार लम्हा होता है। डिग्रियां हासिल करने से तालीम का एख्तेताम नहीं होता, बल्कि एक नई सफ़र की शुरुआत होती है।

इलाकाई व जेओग्रफ्यि इशू से इस यूनिवर्सिटी की मखसूस स्नाख्त

उन्होंने कहा कि संताल परगना तरक्की के मामले में पसमांदा हुआ है। सदर राज में तरक्की पर मुकम्मिल जोर दिया जा रहा है और पूरी शफाफियत बरती जा रही है। इलाकाई और जेओग्रफ्यि सिदो-कान्हू मुमरू यूनिवर्सिटी की मखसूस पहचान है और यह इस इलाके में तालीमी तरक्की के लिए बड़ी पहल कर रहा है और हुकूमत उसमें पूरी मदद भी कर रही है।