माहनामा तिब्बी डाइजेस्ट‌ अलशफ़ा-ए‍का ताज़ा शुमारा मंज़रे आम पर

हैदराबाद।३‍‍‍‍‍‍‍०जुलाई, ( रास्त ) सरज़मीन दिल्ली से शाय होने वाला माहनामा तिब्बी डाइजेस्ट‌ अलशफ़ा-ए-, नई दिल्ली, अगसट 2012-ए-का शुमारा मंज़रे आम पर आगया ही। सय्यद एजाज़ हुसैन की ज़ेर इदारत तिब्बी रिसाला में मुंदरजा ज़ैल मज़ामीन शामिल हैं: हमारी जाज़िबीयत का इन्हिसार बहुत कुछ हमारी ग़िज़ा और तर्ज़-ए-ज़िदंगी पर, रमज़ानउल-मुबारक, अल्लाह ताला की नेअमत उज़्मा, ए ईमान वालो! सदक़ा फ़ित्र रोज़ों की ज़कात है।

बिल्ली लोटन, अगसट के महीने में आप को किस तरह रहना चाहीए ?, थकन से नजात, ख़वातीन में पेशाब की मुख़्तलिफ़ तकालीफ़, सुर्ख़ मिर्च, ग़िज़ाई-ओ-अदवियाती ख़ुसूसीयात, रूह का मौसम रमज़ान, रेशेदार ग़िज़ा, जदीद टैक्नालोजी मरीज़ों के लिए मज़र्रत रसाँ भी, बच्चों में बढ़ता असटरीस! ज़िम्मेदार कौन, ग़िज़ाई चैकपोस्ट, नाक, शक।

एक नफ़सियाती बीमारी, सेहत के नसख़ी, रीठा , फ़िक्र वतशवीश का ईलाज, क़ियाफ़ा के ज़रीया मर्द-ओ-औरत के नेक-ओ-बद की शनाख़्त, मिठाई, मुसर्रत आगीं लमहात के लिए शीरींसौगात, तारीख़ अलातबा-ए-, सेहत के नकती, सेहत और तंदरुस्ती के मुताल्लिक़ कुछ ख़ास बातें, मौसिम-ए-गर्मा, माकूलात और मशरूबात, रज़ाअत पिस्ताई की एहमीयत, शराब, अलकहल, तबसरा और मैडीकल न्यूज़ वग़ैरा शामिल हैं।

माहनामा तिब्बी डाइजेस्ट‌ अलशफ़ाए-ए-, फ़ी शुमारा 25/- रुपय का है। सालाना ज़र तआवुन 300/- रुपय ही। शहर हैदराबाद के क़ारईन अपने क़रीबी बुक स्टाल से ये रिसाला हासिल कर सकते हैं।