मिस्री चुनाव: इख़वानुल मुस्लिमीन और हामीयों का इंतिख़ाबी क़ानून में फ़ौरी तरमीम का मुतालिबा

क़ाहिरा । 30 सितंबर । ( पी टी आई ) मिस्र के इख़वान अलमुस्लिमीन ने जिन्हें क़ौम के पहले आज़ादाना इंतिख़ाबात में पसंदीदा जमात समझा जा रहा है , बाअज़ दीगर ग्रुपों के साथ आने वाले पारलीमानी चुनाव का बाईकॉट करने की धमकी देते हुए मुतालिबा किया है कि ग़ैर जमाती उम्मीदवारों केलिए एक तिहाई नशिस्तों का रिज़र्वेशन बर्ख़ास्त करदिया जाए। ज़ाइद अज़ 50 जमातों या ग्रुपों के सयासी बलॉक ने मुस्लिम बिरादर होड की क़ियादत में मुलक के हालिया मोओलना इंतिख़ाबी क़ानून में तरमीम का मुतालिबा किया है क्योंकि उन्हें अंदेशा है कि इस के नतीजा में हसनी मुबारक इक़तिदार के वफादारों की पार्लीमैंट फिर से वजूद में आ जाएगा । मिस्र के मिल्ट्री हुकमरानों ने मुबारक इक़तिदार के ज़वाल के बाद से क़ौम के पहले पारलीमानी इंतिख़ाबात केलिए हाल ही में इंतिख़ाबी शैडूल का ऐलान किया है लेकिन इंतिख़ाबी अमल से मुताल्लिक़ क़ानून पर फ़ौरी तौर पर शकूक-ओ-शुबहात का इज़हार शुरू होगया है । मुख़ालिफ़ ग्रुपों ने कल एक मुशतर्का ब्यान में इतवार की क़तई मोहलत मुक़र्रर करते हुए इंतिबाह दिया कि इन के मुतालिबात की बरवक़्त तकमील हो जानी चाहीए । अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक़ सुप्रीम कौंसल आफ़ आर्म्ड फ़ोरसीज़ ने ऐलान किया कि पारलीमानी इंतिख़ाबात 28 नवंबर को शुरू होंगे और 4 माह की मुद्दत में मुनाक़िद किए जाऐंगे । माबाद मुबारक दौर में इख़वान अलमुस्लिमीन की फ़्रीडम ऐंड जस्टिस पार्टी मिस्र में सब से बड़ी और बेहतरीन मुनज़्ज़म सयासी जमात है।