मुंतख़ब(सेलेक्टेड) आज़मीन को जमा करवाने की आज आख़िरी तारीख़

मर्कज़ी हज कमेटी की जानिब से दूसरी क़िस्त की अदायगी के लिए आख़िरी तारीख़ 31जुलाई मुक़र्रर है । मुंख़बा(सेलेक्टेड) आज़मीन-ए-हज्ज जो कि 51 हज़ार रुपय बतौर पहली क़िस्त जमा करवा चुके हैं उन्हें 31 जुलाई से क़बल अपने ज़ुमरे के एतबार से दूसरी क़िस्त जमा करवानी है ।

मर्कज़ी हज कमेटी की जानिब से हज के अख़राजात में किए गए ज़बरदस्त इज़ाफ़ा की वजह से मुल्क भर से इस बात की शिकायात मौसूल हो (मिल)रही है कि आज़मीन बोज्ह इज़ाफ़ी अख़राजात अपना सफ़र हज मंसूख़(रद्द) करना चाहते हैं ।

मुंख़बा(सेलेक्टेड) आज़मीन-ए-हज्ज का इस्तिदलाल है कि अगर मर्कज़ी हज कमेटी दूसरी और आख़िरी क़िस्त जमा करवाने में कुछ वक़्त फ़राहम करती है तो ऐसी सूरत में वो मुकम्मल रक़म जमा करवा सकते हैं ।

डाक्टर ऐस शाकिर हुसैन चीफ़ एकज़ीकटीव ऑफीसर मर्कज़ी हज कमेटी ने दूसरी क़िस्त की अदायगी की आख़िरी तारीख़ में तौसीअ से मुताल्लिक़ बताया कि ताहाल मर्कज़ी हज कमेटी ने इस सिलसिला में कोई फ़ैसला नहीं किया है और 31 जुलाई ही आख़िरी तारीख़ है ।

ज़रूरत पड़ने पर आख़िरी तारीख़ में तौसीअ से मुताल्लिक़ किए गए सवाल का जवाब देते हुए उन्हों ने बताया कि मर्कज़ी हज कमेटी की जानिब से इस तरह का कोई इरादा नहीं है लेकिन अशद ज़रूरत पड़ने पर इज़ाफ़ा से मुताल्लिक़ मर्कज़ी हज कमेटी ग़ौर करेगी ।

उन्हों ने वाज़िह किया कि मुंख़बा(सेलेक्टेड) आज़मीन-ए-हज्ज तारीख़ में तौसीअ का इंतिज़ार करने के बजाय 31 जुलाई को दूसरी क़िस्त जमा करवाने में उजलत(जलदी) करें ।