मुंबई के नेता भी उत्तर प्रदेश से लड़ेंगे चुनाव

फैसल फरीद, लखनऊ: राजनीति की चाहत में लोग अब मायानगरी मुंबई से उत्तर प्रदेश का रुख कर रहे हैं। लगभग एक दर्जनों नेता अपनी किस्मत आजमाने प्रदेश में पसीना बहा रहे हैं। पहले भी कई नेता मुंबई से आए और उत्तर प्रदेश में सफल भी हुए हैं। इनमें ज़्यादातर वो नेता हैं जिनका गृह जनपद उत्तर प्रदेश में हैं और वो रोज़गार के सिलसिले में मुंबई चले गए थे।

वैसे उत्तर प्रदेश के कई नाम मुंबई में अपनी किस्मत चमका चुके हैं। महाराष्ट्र के विधायक अबू आसिम आज़मी आजमगढ़ जनपद के हैं, पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह का भी ताल्लुक उत्तर प्रदेश से हैं। आमतौर से ऐसे नेता उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल इलाके से हैं। वर्तमान में जौनपुर के विधायक नदीम जावेद भी मुंबई में जुड़े रहे हैं। उनके पिता जावेद खान वहां मंत्री भी रह चुके हैं। वर्तमान में प्रतापगढ़ से अपना दल के सांसद हरिवंश सिंह भी पहले ठाणे से चुनाव हार चुके हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामनाथ पाण्डेय के पुत्र सुभाष पाण्डेय मुंबई में अँधेरी से पार्षद का चुनाव हार गए थे लेकिन उत्तर प्रदेश में विधायक बने और मायावती कार्यकाल में मंत्री भी बने। सपा के विधायक सुभाष पासी भी मुंबई में कारोबारी हैं और वो फिर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।

वर्तमान में महाराष्ट्र भाजपा में उत्तर भारतीय मोर्चा के सचिव शमशेर सिंह मलाड में स्कूल चलते हैं लेकिन कई महीने से वो जौनपुर की मडियाहूँ सीट से दावेदारी कर रहे हैं। पहले मनसे में रह चुके अखिलेश चौबे भी जौनपुर की जाफराबाद सीट से लड़ने के इच्छुक हैं। मीरा रोड के निवासी भाजपा के विक्रम सिंह भी जाफराबाद से दावेदार हैं। इसी तरह संजय सोमवंशी और राजेश सिंह भी मुंबई में है और आजकल जौनपुर के बदलापुर से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। शिवसेना के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक रह चुके प्रेम शुक्ल भी भाजपा से सुल्तानपुर से लड़ना चाहते हैं। कुल मिला कर लगभग एक दर्जन नेता मुंबई से ताल्लुक रखने वाले इस समय प्रदेश के चुनावी समर में कूदने को तैयार हैं।