मुंबई: राष्ट्रगान के लिए बुर्क़ा उतरवाने से आहत शिक्षिका ने दिया इस्तीफा

मुंबई: मुंबई में एक शिक्षिका ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया क्योंकि उसे स्कूल की संचालिका ने स्कूल परिसर में हिजाब और बुर्का पहनकर आने से मना किया था. 25 वर्षीय खान शबीना नाज़नीन कुर्ला स्थित विवेक इंग्लिश स्कूल में पढ़ाती थीं. नाज़नीन ने बताया कि वो पिछले दो साल से कुर्ला स्थित विवेक इंग्लिश स्कूल में एक आईसीटी टीचर के तौर पर पढ़ा रही थीं. लेकिन जब जून महीने में नई स्कूल संचालिका ने पदभार संभाला तब से उनको हिजाब पहनने को लेकर परेशान किया जा रहा था. उन्होंने कहा कि नई संचालिका के आने के बाद मुझसे लगातार हिजाब और बुर्क़ा उतरने को कहा गया कि यह स्कूल की मर्यादा के खिलाफ़ है.

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प्रदेश 18 के अनुसार,नाज़नीन को जब राष्ट्रगान गाने से पहले उन्हें अपना बुर्क़ा उतारने को कहा गया तो उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया. नाज़नीन ने बताया कि संचालिका ने मुझे मेरा बुर्का हटाने के लिए मजबूर किया. जब मैंने ऐसा करने से इंकार किया तो संचालिका ने कहा कि मैं बुर्का पहनकर राष्ट्रगान नहीं गा सकती.
स्कूल के प्रिंसिपल विक्रम पिल्लई ने इन आरोपों का खंडन किया है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि नई संचालिका के आने के बाद नए नियमों को लागू किया गया है.
उन्होंने बताया कि फिलहाल नाज़नीन के इस्तीफ़े को प्रबंधन के पास भेज दिया गया है. पिल्लई ने कहा कि प्रबंधन इस मामले की सुनवाई सोमवार को करेगा और नाज़नीन की शिकायत सुनेगा. उन्होंने कहा कि स्कूल में बहुत से मुस्लिम स्टूडेंट पढ़ते हैं पर आज तक किसी को भी हिजाब पहनने से नहीं रोका गया.
इस बीच, नाज़नीन ने एक गैर-सरकारी संगठन ‘जय हो फाउंडेशन’ के शिक्षामंत्री विनोद तावड़े को पत्र लिखाकर संपर्क किया है. जय हो फाउंडेशन के ट्रस्टी आदिल खत्री ने कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत एक व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि यह समाज के लिए अच्छा नहीं है, इसकी शिकायत संस्था के मंत्री के पास भेज दी जाएगी.