लोक सभा और राज्य सभा दोनों ऐवानों के इजलास आज अपोज़िशन अरकान-एपार्लियामेंट के मुख़्तलिफ़ मसाइल जैसे अलाहदा रियासत तेलंगाना की तशकील ,लोक पाल बिल की मंज़ूरी और जिन्सी हिरासानी पर जस्टिस गांगुली के इस्तीफे का मुतालिबा पुरशोर-ओ-गुल की वजह से पार्लियामेंट की कार्रवाई आज मुसलसल चौथे दिन भी मुअत्तल होगई और दोनों ऐवानों के इजलास आज के लिए मुल्तवी कर दिए गए।
लोक सभा का इजलास जैसे ही शुरू हुआ स्पीकर ने यू पी ए हुकूमत के ख़िलाफ़ तहरीक अदमे इअतिमाद के मामले पर कार्रवाई शुरू करते हुए कहा कि ऐवान में नज़मओज़ब्त बरक़रार नहीं है इस लिए वो 50 अरकान-एपार्लियामेंट का शुमार नहीं करसकती जो किसी भी तहरीक पर मुबाहिस के लिए ज़रूरी तादाद है इस लिए अलाहदा रियासत तेलंगाना की तशकील के तनाज़े पर हुकूमत के ख़िलाफ़ तहरीक अदमे एतेमाद पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती।
अप्पोज़िशन अरकान-ए-पार्लियामेंट मुख़्तलिफ़ मसाइल जैसे अलहदा रियासत तेलंगाना की तशकील की मुख़ालिफ़त ,लोक पाल बिल की मंज़ूरी और जस्टिस ए के गांगोली के इस्तीफे के मुतालिबा पुरशोर-ओ-गुल की वजह से कार्रवाई मफ़लूज होगई थी। उसी शोर-ओ-गुल के दौरान ज़िमनी मुतालिबात ज़र बराए 2013-14 के काग़ज़ात लोक सभा में पेश किए गए और उन्हें मंज़ूरी दे दी गई।
स्पीकर ने एक रुकन पार्लियामेंट का इस्तीफ़ा मंज़ूर भी करलिया ये ज़ाहिर नहीं होसका कि रुकन पार्लियामेंट कौन है जैसे ही मीरा कुमार ऐवान में दाख़िल हुईं अरकान-एपार्लियामेंट ऐवान के वस्त में जमा होगए और मुत्तहदा आंध्रप्रदेश और दीगर मसाइल पर नारे बाज़ी करने लगे। उसी शोर-ओ-गुल के दौरान मर्कज़ी वज़ीर बराए पारलीमानी उमूर ने पार्लियामेंट के सरमाई इजलास के क़ब्ल अज़वक़्त ग़ैर मुअय्यना मुद्दत के लिए अलतवा के इमकानात को खारिज कर दिया।
पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों में दिसम्बर 2001 में पार्लियामेंट पर हमले में शहीद होने वाले अफ़राद को ख़िराज-ए-अक़ीदत भी पेश किया गया । क़ाइद अपोज़िशन लोक सभा सुषमा स्वाराज ने जस्टिस ए के गंगोली को सदर नशीन मग़रिबी बंगाल इंसानी हुक़ूक़ कमीशन के ओहदा से फ़ौरी बरतरफ़ करदेने का मुतालिबा किया क्योंकि जिन्सी हिरासानी के सिलसिले में उनकी सरज़निश की गई है ।
सुषमा स्वराज ने कहा कि 2012 में दिल्ली के इजतिमाई इस्मत रेज़ि वाक़िये के बाद ख़वातीन पर मज़ालिम की तादाद में इज़ाफ़ा होगया है। उन्होंने कहा कि अवाम को ये यक़ीन दिलाना होगा कि कोई भी क़सूरवार बड़ी नहीं होगा। उसी सूरत में ऐसे जराइम की हौसलाशिकनी होसकती है। उन्होंने जस्टिस गंगली की फ़ौरी बरतरफ़ी का मुतालिबा किया।
तृणमूल कांग्रेस ने जो इस मुतालिबा के सिलसिले में पहले ही ऐवान में मुतालिबे पेश करचुकी है। सुषमा स्वराज की ताईद की। इस के बाद की कार्रवाई शोर-ओ-गुल की नज़र होगई। दोनों ऐवानों के इजलास आज दिन भर केलिए मुल्तवी कर दिए गए। शोर-ओ-गुल के दौरान राज्य सभा के सदर नशीन नायब सदर जम्हूरिया मुहम्मद हामिद अंसारी ने एक कुल जमाती इजलास तल्ब किया और फ़ैसला किया गया कि लोक पाल बिल पर बेहस मुनाक़िद की जाएगी। मुबाहिसा केलिए 6 घंटे का वक़्त मुख़तस किया गया था लेकिन कई मसाइल पर अपोज़िशन अरकान के हंगामा की वजह से इजलास मुल्तवी कर दिया गया।